यूक्रेन युद्ध को पूरी दुनिया के लिए ख़तरा बताने वाले ज़ेलेंस्की, इज़रायली अत्याचार पर चुप क्यों हैं ?

यूक्रेन युद्ध को पूरी दुनिया के लिए ख़तरा बताने वाले ज़ेलेंस्की, इज़रायली अत्याचार पर चुप क्यों हैं ?

कीव: यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध बढ़ा तो यह तीसरे विश्व युद्ध में बदल जाएगा। उन्होंने जर्मनी से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका तक कई देशों से अधिक सहायता की अपील की है। ऐसे समय में जब यूक्रेन में रूस का युद्ध तीसरे वर्ष में प्रवेश करने वाला है, यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने तीसरे विश्व युद्ध की आशंका की चेतावनी दी है।

उन्होंने जर्मन राज्य प्रसारक एआरडी के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि जर्मन चांसलर भी इस ख़तरे से अवगत हैं। ज़ेलेंस्की ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि जर्मन चांसलर (ओलाफ शुल्ज़) भी इस ख़तरे से अवगत हैं कि, यदि रूस किसी भी नाटोके सदस्य देश को निशाना बनता है तो, यह तीसरा विश्व युद्ध शुरू कर देगा।

ज़ेलेंस्की ने रूस- यूक्रेन युद्द को पूरी दुनिया के लिए ख़तरा बताते हुए कहा कि अगर यह युद्ध और भीषण हुआ तो पूरी दुनियां के लिए ख़तरा पैदा हो जाएगा, और यह तीसरे विश्व युद्ध में बदल सकता है। ज़ेलेन्स्की ने रूसी हमले को पूरी दुनिया के लिए ख़तरा बताया लेकिन ग़ाज़ा पट्टी के निवासियों पर इज़रायल द्वारा होने वाले वहशियाना हमले पर कुछ नहीं कहा।

जब से इज़रायल ने ग़ाज़ा पट्टी पर अंधाधुंध बमबारी करके औरतों बच्चों का खुल्लम खुल्ला नरसंहार शुरू किया है तब से अब तक ज़ेलेंस्की ने एक बार भी इज़रायली हमले की निंदा नहीं की है। यहाँ तक की उन्होंने शांति की अपील भी नहीं की है। यूक्रेन-इज़रायल युद्ध को डेढ़ साल हो चुके हैं लेकिन वास्तविकता यह है कि इस डेढ़ साल में जितने लोग यूक्रेन में हताहत हुए हैं, उस से ज़्यादा ग़ाज़ा पट्टी में एक डेढ़ हफ्ते में मासूम, बेगुनाह औरत, मर्द और बच्चे शहीद हो चुके हैं।

ग़ाज़ा पट्टी में शहीदों की संख्या 26 हज़ार से ज़्यादा हो चुकी है। आंकड़ों के अनुसार मरने वालों में मासूम बच्चों की संख्या 12 के क़रीब पहुंच चुकी है। अंतर्राष्ट्रीय अदालत के आदेश के बाद भी इज़रायली अत्याचार जारी है और वह लगातार हमले कर रहा है। ग़ाज़ा निवासी इस समय खाने,पीने, रहने और चिकित्सीय व्यवस्थाओं से महरूम हैं। हद तो यह है कि वहां शरणार्थी शिविर पर भी इज़रायल हमले कर रहा है। वहां ठिठुरती हुई ठंड में, बारिश में बच्चे बूढ़े खुले आसमान के नीचे ज़िन्दगी गुज़ार रहे हैं।

युद्ध की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति ने जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित अन्य देशों से वित्तीय सहायता की अपील की। उन्होंने जर्मनी से भी इस संबंध में अपनी भूमिका निभाने पर जोर दिया। ज़ेलेंस्की ने चेतावनी दी कि कीव को अमेरिकी सहायता में कटौती से ग़लत संदेश जाएगा।

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अमेरिकी राष्ट्रपति को यूक्रेन को आगे की सहायता पर रिपब्लिकन के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिकी सहायता में संभावित कटौती के मद्देनजर, ज़ेलेंस्की ने जर्मनी से अपने यूरोपीय संघ के सहयोगियों को मनाने के लिए अपना आर्थिक समर्थन बढ़ाने का आग्रह किया ही।

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