टूलकिट मामले में चर्चा में आई क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि (Disha Ravi) ने एक ट्वीट करके अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि मुझ से मेरी आज़ादी को छीना गया और न्यूज़ चैनलों ने मुझे मुजरिम बना कर अपनी TRP बढ़ाई।
बता दें कि फरवरी में में दिशा रवि (Disha Ravi) को टूलकिट मामले में गिरफ़्तार किया गया था जिसके बाद दिशा 23 फरवरी को अदालत ने एक लाख के निजी मुचलके पर जमानत दे दे दी थी पुलिस और न्यायिक हिरासत में गुज़ारे हुए समय को याद करते हुए दिशा ने ट्विटर पर लिखा कि मैंने खुद को ये विश्वास करने पर मजबूर किया कि इस सबसे गुजरने का एक ही तरीका है कि मैं सोच लूं कि मेरे साथ ये नहीं हो रहा है
I'm letting this out into the internet void in order to present a narrative that is my own.
P.S. This is based on my personal experience and does not represent the opinion of any climate movement, group, or organisation. pic.twitter.com/djrieCZcn8
— Disha ? (@disharavii) March 13, 2021
दिशा रवि ने तिहाड़ जेल में बिताया समय याद करते हुए कहा कि मेरी गिरफ्तारी के पांच दिन के बाद मुझे 19 फरवरी 2021 3 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। तिहाड़ में मेरा हर मिनट घंटों के बराबर हो कर गुज़र रहा था । मैं तिहाड़ में क़ैद हो कर सोच रही थी कि कब से पर्यावरण के बारे में सोचना अपराध हो गया।
ग़ौरतलब है कि रवि, मुलुक और जैकब पर किसानों के विरोध से संबंधित मामले में साजिश करने और देशद्रोह के आरोप लगे हैं। पुलिस का कहना था कि टूलकिट के जरिए भारत को बदनाम करने की कोशिश की गई और यही टूलकिट ही लालकिले पर हिंसा का कारण बनी थी।