केरल में I.N.D.I.A गठबंधन और CPM की राहें अलग हुईं

केरल में I.N.D.I.A गठबंधन और CPM की राहें अलग हुईं

दक्षिण भारत के राज्य केरल में विपक्षी गठजोड़ इंडिया से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) की राहें जुदा नजर आ रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सीपीएम ने वहां पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को चुनौती दी, उसके बाद अब प्रदेश की 15 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने सोमवार को 4 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा की। इसमें से राहुल गांधी की संसदीय सीट वायनाड से पार्टी ने एनी राजा को टिकट दिया है। इसके अलावा तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के सांसद शशि थरूर के खिलाफ पनियन रवींद्रन को टिकट दिया है। वहीं, वीएस सुनील कुमार को त्रिशूर से और अरुण कुमार को मवेलिकारा से उम्मीदवार बनाया है।

CPI ने केरल में कांग्रेस के दो दिग्गज सांसदों के खिलाफ पार्टी के प्रत्याशी घोषित किए हैं, जबकि पार्टी महासचिव डी राजा I.N.D.I.A ब्लॉक की समन्वय समिति और चुनाव रणनीति समिति के सदस्य हैं। CPI की वायनाड सीट से उम्मीदवार एनी राजा पार्टी के महासचिव डी राजा की पत्नी हैं। वे फिलहाल भारतीय राष्ट्रीय महिला फेडरेशन (NFIW) की महासचिव हैं। एनी राजा कन्नूर के इरिट्टी की रहने वाली हैं और उनका जन्म वामपंथी पृष्ठभूमि वाले एक ईसाई परिवार में हुआ था।

सीपीएम के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंगलवार (27 फरवरी, 2024) को जिन कैंडिडेट्स के नाम का ऐलान किया, उनमें राज्य की पूर्व मंत्री के.के. शैलजा और टी.एम. थॉमस आइजैक भी हैं।

देवस्वओम मंत्री के. राधाकृष्णन सहित 4 मौजूदा विधायकों को भी प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने के लिए उतारा गया है। एक्टर से विधायक बने मुकेश और वी. जॉय को भी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए चुना गया। 2 मौजूदा सांसदों – ए.एम. आरिफ (लोकसभा) और ई. करीम (राज्यसभा) – को भी उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया गया है।

CPI नेता और राज्यसभा सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा, ‘यह एक राजनीतिक लड़ाई है। व्यक्तिगत रूप से मैं राहुल गांधी को एक बहुत अच्छा दोस्त मानता हूं। चुनाव की इस महत्वपूर्ण लड़ाई में कांग्रेस पार्टी का मुख्य दुश्मन कौन है, RSS के नेतृत्व वाली भाजपा या वामपंथी? स्पष्ट है कि मुख्य राजनीतिक शत्रु RSS के नेतृत्व वाली भाजपा है। क्या कांग्रेस इस बारे में स्पष्ट है?’

CPI ने 2019 के लोकसभा चुनाव में केरल में 4 उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन तब कोई भी सीट नहीं जीत सकी थी। केरल में 20 लोकसभा सीटें हैं। 2019 में कांग्रेस को 15 सीटें मिली थीं, जबकि दो इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को मिली थीं। CPI (M), KC (M) और RSP ने 1-1 सीटें जीती थीं।

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