रूस और अफ़ग़ानिस्तान में होगा तेल समझौता, तालिबान ने दी मंज़ूरी
रूस यूक्रेन के बीच युद्ध और यूरोप की ओर से रूस को घेरने की कवायद के बीच अफ़ग़ानिस्तान और रूस के बीच एक अहम् समझौते के लिए बातचीत शुरू हो गई है.
तालिबान के उद्योग मंत्री ने कहा है कि तेल और गैस की खरीदारी के लिए होने वाले समझौते की तफ्सील और विवरण के लिए रूस और अफ़ग़ानिस्तान ने बातचीत शुरू कर दी है.
फ़ार्स न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार तालिबान सरकार के उद्योग और व्यापार मंत्री नूरुद्दीन अज़ीज़ी मॉस्को पहुंचे हुए हैं जहाँ उन्होंने रूस के ऊर्जा उप मंत्री पावेल सोरोकिन से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच सहयोग को लेकर बात की।
तालिबान सरकार के उद्योग और व्यापार मंत्री नूरुद्दीन अज़ीज़ी से बात करते हुए सोरोकिन ने कहा कि रूस और अफगानिस्तान के बीच अलग अलग क्षेत्रों में सहयोग और तालमेल को बढ़ाया जा सकता है, जिनमें से एक तेल और तरल गैस का क्षेत्र भी है.
उन्होंने कहा कि रूस दुनिया भर में बड़े गैसोलीन उत्पादक देश के रूप में पहचाना जाता है हम अफ़ग़ानिस्तान को उसकी ज़रूरत के हिसाब से तेल और गैस निर्यात करने के लिए तैयार हैं.
नूरुद्दीन अज़ीज़ी ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान को अपनी ज़रूरत का गैस और तेल अभी उसके पडोसी देशों से ही मिल रहा है. तालिबान के व्यापार और उद्योग मंत्री ने कहा है कि अफगानिस्तान तेल और गैस के क्षेत्र में नए कारोबारी सहयोगियों की तलाश कर रहा है. नूरुद्दीन अज़ीज़ी ने कहा कि रूस अफगानिस्तान के नए तेल और तरल गैस भागीदारों में से एक हो सकता है.
नूरुद्दीन अज़ीज़ी ने कहा कि इस बैठक में काबुल और मॉस्को ने दोनों देशों के तकनीकी माहिरों की टीम की आपसी बातचीत पर रज़ामंदी ज़ाहिर की है ताकि गैस और तेल के लिए होने वाले संभावित समझौते की बारीकी का जाएज़ा ले सकें और संबंधित अधिकारीयों को इस सिलसिले में रिपोर्ट दे सकें .
बता दें कि अफगानिस्तान में पिछले कुछ महीनों में तेल की कीमत में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है. देश में तेल की कीमतों में आई तेज़ी के साथ ही यहाँ पहुँचने वाले तेल की क्वालिटी भी बेकार बताई जा रही है. कहा जाता है कि अफगान बाजार में कम गुणवत्ता वाला तेल पहुँचाया जा रहा है.