यूनुस के नेतृत्व में कट्टरपंथी बांग्लादेश की धर्मनिरपेक्षता को नष्ट कर रहे हैं: बांग्लादेशी राजदूत
मोहम्मद यूनुस पर कट्टरपंथियों का समर्थन करने और देश में अराजकता फैलाने का गंभीर आरोप लगाया है। हारुन अल रशीद ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि बांग्लादेश आतंक और अराजकता की गिरफ्त में है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोहम्मद यूनुस के शासन में कट्टरपंथियों को खुली छूट दी गई है और मीडिया को दबा दिया गया है, जिससे अत्याचार की खबरें सामने नहीं आ रही हैं।
रशीद ने लिखा, ‘यूनुस के नेतृत्व में कट्टरपंथी बांग्लादेश की धर्मनिरपेक्ष और सांस्कृतिक पहचान को नष्ट करने में लगे हैं। ये लोग संग्रहालयों, सूफी दरगाहों और हिंदू मंदिरों को नष्ट कर रहे हैं। रशीद का कहना है कि यूनुस बांग्लादेश की धर्मनिरपेक्ष संरचना को तोड़ने और शेख हसीना की सरकार को गिराने की साजिश रच रहे हैं।
हारुन अल रशीद ने पश्चिमी देशों से अपील की है कि वे मुहम्मद यूनुस के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने आरोप लगाया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय बांग्लादेश में बढ़ती अराजकता और मानवाधिकार उल्लंघनों पर चुप है और इसे नजरअंदाज कर रहा है।
रशीद ने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के बाद से मुहम्मद यूनुस ने अपना असली चेहरा दिखा दिया है।वह अब एक सुधारक नहीं बल्कि एक अत्याचारी शासक बन चुके हैं। उन्होंने कहा कि शेख हसीना ने जिस बांग्लादेश का निर्माण किया था, यूनुस ने उसके खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है।
हारुन अल रशीद को अक्टूबर 2023 में बांग्लादेश का मोरक्को में राजदूत नियुक्त किया गया था। उन्होंने बांग्लादेश के विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मिशनों में कनाडा, रोम, काहिरा, मैक्सिको सिटी और मैड्रिड जैसे देशों में सेवाएं दी हैं। उनकी हालिया टिप्पणी बांग्लादेश की स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करती हैं।