फ्रांस का दौरा पूरा करने के बाद पीएम मोदी यूएई पहुंचे
अबूधाबी: फ्रांस की अपनी दो दिवसीय यात्रा सफलतापूर्वक पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुँच गए हैं, जहां वह संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहियान ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री की संयुक्त अरब अमीरात की यह पांचवीं यात्रा है।
प्रधानमंत्री ऐसे समय में संयुक्त अरब अमीरात की अपनी पांचवीं यात्रा कर रहे हैं जब भारत-यूएई संबंध चरम पर हैं। दोनों देशों के बीच एक व्यापक महत्वपूर्ण साझेदारी है, जिसमें व्यापार और निवेश, ऊर्जा, सुरक्षा और लोगों से लोगों की कनेक्टिविटी सहित कई चीज़ें शामिल हैं। दोनों देशों का द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 100 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने (भारत-यूएई) तीन महीने के भीतर ऐतिहासिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए जो आपके सहयोग और प्रतिबद्धता के बिना संभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि वह इस साल नवंबर-दिसंबर में जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर यूएई में सीओपी-28 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-यूएई द्विपक्षीय व्यापार में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, दोनों देशों ने 85 अरब डॉलर का व्यापार हासिल किया है और जल्द ही 100 अरब डॉलर का लक्ष्य हासिल कर लेंगे। इससे पहले राष्ट्रपति भवन कसर-अल-वतन पहुंचने पर नरेंद्र मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया। पीएम ने स्वागत के लिए यूएई के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आपने मुझे जो सम्मान दिया, एक भाई का अपने भाई से मिलना, इससे आत्मीयता का कोई सबूत नहीं है।
पीएम मोदी और अल नाहयान की मौजूदगी में भारत और यूएई के अधिकारियों ने कई एमओयू का आदान-प्रदान किया। पीएम ने कहा कि हम अपनी साझेदारी को मजबूत करने के लिए नई पहल कर रहे हैं। दोनों देशों की मुद्राओं में व्यापार समझौते पर आज का समझौता हमारे मजबूत आर्थिक सहयोग और विश्वास को दर्शाता है।
इससे पहले राष्ट्रपति भवन कसर-अल-वतन पहुंचने पर मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया। इस दौरान यूएई के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड बांधी। पीएम ने स्वागत के लिए यूएई के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने कहा कि आपने मुझे जो सम्मान दिया, एक भाई का अपने भाई से मिलना, इससे आत्मीयता का कोई सबूत नहीं है।