भाजपा का समर्थन पत्र मिलते ही नीतीश ने किया इस्तीफे का ऐलान
आज बिहार की सियासत में जबर्दस्त गहमागहमी है। नीतीश कुमार ने करीब 11 बजे राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। नीतीश ने भाजपा का समर्थन पत्र देकर सरकार बनाने की बात कही। इससे पहले सीएम हाउस में नीतीश की पार्टी सांसदों और विधायकों के साथ मीटिंग हुई थी। यहां नीतीश ने अपने इस्तीफे का ऐलान किया। जानकारी के मुताबिक, आज शाम 5 बजे शपथ ग्रहण हो सकता है।
नीतीश ने इस्तीफा देने के बाद मीडिया से कहा- जो सरकार थी, उसको समाप्त करने का हमने गवर्नर साहब को बोल दिया। चारों तरफ से राय आ रही थी। इसी को हमने सुन लिया। अब पहले के गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाए हैं। आज हम लोग उनसे अलग हो गए। जितना काम हम कर रहे थे, वो कुछ काम ही नहीं कर रहे थे। लोगों को तकलीफ थी, हमने बोलना छोड़ दिया था।
नीतीश कुमार ने राज्यपाल को 128 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा। इसमें भाजपा के 78, जेडीयू के 45, हम के 4 और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं। वहीं आरजेडी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, आरजेडी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा है कि नीतीश जिन स्वार्थों के कारण एनडीए में जा रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए। नीतीश ने बार-बार धोखा दिया लेकिन हम लोग उन पर विश्वास करते रहे।
आरजेडी ने कहा कि नीतीश ने पूरी समाजवादी सोच को भाजपा के पास गिरवी रख दिया है। बिहार के युवाओं को नीतीश ने धक्का दिया है। एमएलए सुधाकर सिंह ने कहा कि भाजपा आने वाले चुनाव में हार को देखकर नीतीश कुमार को साथ लाई है। नीतीश दिमागी रूप से कमजोर हैं, इसलिए नौकरशाहों के कहने पर भाजपा के साथ गए हैं।