इज़रायल का दुस्साहस, संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधियों के वीजा पर लगाई रोक!
इज़रायल ने संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के लिए “स्वचालित वीज़ा” की व्यवस्था को निलंबित कर दिया है। अब प्रत्येक अधिकारी की जांच के बाद वीज़ा जारी करने का निर्णय लिया है। अंतरराष्ट्रीय संगठन द्वारा ग़ाज़ा में हो रही हत्याओं की कड़ी आलोचना के बाद जवाबी कार्रवाई में इज़रायल ने यह कदम उठाया है। इस कदम के कारण संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के लिए राहत कार्य के लिए ग़ाज़ा में पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इज़रायली सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का वीजा अपने आप बंद हो जाएगा। इज़रायली सरकार ने कहा कि अब संयुक्त राष्ट्र के हर अधिकारी की जांच की जाएगी, उसके बाद ही वीजा जारी किया जाएगा।
तेल अवीव का संयुक्त राष्ट्र पर तीखा हमला
इज़रायली सरकार के प्रवक्ता एलन लेवी ने संयुक्त राष्ट्र की आलोचना की और उस पर हमास की निंदा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। इसके साथ ही तेल अवीव ने अंतरराष्ट्रीय संगठन पर हमास की मानव ढाल रणनीति का भागीदार बनने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनका देश उन लोगों के साथ काम नहीं करेगा जो “हमास प्रचार मशीन” के साथ काम कर रहे हैं।
एलन लेवी ने कहा कि ”अंतर्राष्ट्रीय संगठन सारा दोष इज़रायल पर डाल रहा है, वह हमास का समर्थन कर रहा है और वह उसकी निंदा भी नहीं कर पा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इज़रायल अपने सहयोगियों से भी बात कर रहा है, कि वे संयुक्त राष्ट्र के खिलाफ उठें।
संयुक्त राष्ट्र ने फ़िलिस्तीनियों की शहादत पर अफ़सोस जताया
संयुक्त राष्ट्र ने क्रिसमस की शुरुआत में गाजा में बढ़ी इज़रायली बमबारी और 100 से अधिक फ़िलिस्तीनियों की शहादत की निंदा की है। इज़राइल ने क्रिसमस के दौरान मध्य और दक्षिणी ग़ाज़ा पर बमबारी की है। इस इलाके में इज़रायली सेना ने शरण ले रखी थी। ग़ाज़ा के नागरिकों को एक बार फिर यहां से चले जाने के लिए कहा गया, लेकिन बड़ी संख्या में नागरिकों ने जवाब देते हुए कहा कि अब जाने के लिए कोई सुरक्षित जगह नहीं है।
अल-अरबिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के प्रवक्ता सैफ मगांगो ने इस मौके पर अपने बयान में कहा, ”हम ग़ाज़ा के मध्य में इज़रायली बलों की बमबारी से बेहद चिंतित हैं, जिसके परिणामस्वरूप क्रिसमस की शाम से सौ से अधिक फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं।
प्रवक्ता ने मांग की कि “इज़रायली बलों को नागरिकों की हताहतों की संख्या को कम करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने चाहिए।”प्रवक्ता ने कहा कि इज़रायली बलों द्वारा केवल घोषणाएं और क्षेत्र से नागरिकों का निष्कासन, अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार पर्याप्त नहीं है।