मैं भाजपा भक्तों से विनती करता हूँ कि आप पंजाब को देशभक्ति न सिखाएं: हार्दिक पटेल
कल पीएम मोदी ने पंजाब के फिरोजपुर में प्रस्तावित रैली को रद्द किया रैली को रद्द करने का कारण सुरक्षा में चूक को बताया जा रहा है
भाजपा पार्टी और उसके नेता मेनस्ट्रीम मीडिया के द्वारा पंजाब की चन्नी सरकार पर पीएम मोदी के जान को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है.
भाजपा नेताओं द्वारा पंजाब सरकार पर पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक का आरोप लगाने के बाद कांग्रेस के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने ट्वीट करते हुए लिखा:
“मैं भाजपा भक्तों से विनती करता हूँ कि आप पंजाब को देशभक्ति न सिखाएं, क्योंकि आपने जितना तिरंगा नहीं देखा होगा, उतना तिरंगा तो पंजाब ने अपने बेटों से लिपटे हुए देखा है.
मैं भाजपा भक्तों से विनती करता हूँ की आप पंजाब को देशभक्ति ना सिखाए क्योंकि आपने जितना तिरंगा नहीं देखा होगा उतना तिरंगा तो पंजाब ने अपने बेटों से लिपटे हुए देखा हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) January 6, 2022
बता दें कि पीएम मोदी को बुधवार को पंजाब के फिरोजपुर में पंजाब विधानसभा के मद्देनज़र चुनावी रैली को संबोधित करना था. साथ ही पीएम मोदी फिरोजपुर में कई विकास परियोजनाओं की नीव रखने वाले थे. और रैली के कार्यक्रम के बाद राष्ट्रीय शहीद मेमोरियल हुसैनीवाला भी पहुँचने का कार्यक्रम उनके शेड्यूल में था.
बताया जा रहा है कि पहले पीएम मोदी का कार्यक्रम भटिंडा हवाई अड्डे से रैली के स्थान पर हेलीकाप्टर से जाना था लेकिन मौसम के अनुकूल न होने से बाई रोड पीएम मोदी का काफिला निकला. लेकिन राष्ट्रीय शहीद मेमोरियल हुसैनीवाला से 30 किमी पहले प्रदर्शनकारी मौजूद थे जिस कारण पीएम मोदी को 15 – 20 रुकना पड़ा था. जिसको पीएम की सुरक्षा में चूक कहकर बताया जा रहा है.
हार्दिक पटेल ने अपने एक दूसरे ट्वीट में कहा: मीडिया से कहना चाहता हूँ की पिछले 24 घंटे से आप प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक एक ही शब्द सुनाए जा रहे हैं लेकिन सुरक्षा में चूक का मतलब पुलवामा में जो हुआ था उसको कहते हैं। पुलवामा में हमारे जवान शहीद हुए थे और तब तो गुप्त एजेंसियों को भी मालूम था की सड़क से जाने में ख़तरा हैं।
मीडिया से कहना चाहता हूँ की पिछले 24 घंटे से आप प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक एक ही शब्द सुनाए जा रहे हैं लेकिन सुरक्षा में चूक का मतलब पुलवामा में जो हुआ था उसको कहते हैं। पुलवामा में हमारे जवान शहीद हुए थे और तब तो गुप्त एजेंसियों को भी मालूम था की सड़क से जाने में ख़तरा हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) January 6, 2022