पटना में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की भाजपा भगाओ, देश बचाओ रैली 

पटना में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की भाजपा भगाओ, देश बचाओ रैली 

बिहार की राजधानी पटना में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टीद्वारा आयोजित रैली में बड़ी संख्या में माकपा, जदयू, और राजद के नेता एंव कार्यकर्ता शामिल हुए। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा ने केंद्र से बीजेपी को हटाने का आह्वान करते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए केंद्र की सत्ता से मोदी सरकार को हटाना होगा। उन्होंने कहा कि जातीय गणना पूरे देश में होनी चाहिए।

बिहार की राजधानी पटना में ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित कांग्रेस, भाकपा (माले) और सीपीएम के कई नेताओं ने हिस्सा लिया और 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। रैली का आयोजन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की से किया गया था।

जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि बीजेपी हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश कर रही है, जबकि इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि बिहार सांप्रदायिक गड़बड़ी से अपेक्षाकृत मुक्त रहा है। नीतीश ने देश के इतिहास को बदलने की कोशिश करने और इस तथ्य को छिपाने के लिए कि उसने स्वतंत्रता के संघर्ष में कोई भूमिका नहीं निभाई थी केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी की आलोचना की।

अपने भाषण में नीतीश कुमार ने केंद्र में मौजूदा शासन द्वारा मीडिया के कथित उत्पीड़न का भी जिक्र किया और दावा किया कि राज्य में उनकी सरकार द्वारा किए गए अच्छे काम को पर्याप्त कवरेज नहीं मिला। सीपीआई महासचिव डी राजा की ओर मुड़ते हुए उन्होंने 1980 के दशक से वाम दलों के साथ अपने घनिष्ठ संबंध को याद किया जब “सीपीआई और सीपीआई (एम) ने मुझे अपना पहला चुनाव जीतने में मदद करने के लिए मिलकर काम किया था।

नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में हम वामपंथ के प्रगतिशील दृष्टिकोण की प्रशंसा करते थे। उस समय इनकी रैलियों में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल होती थीं, जब यह आम दृश्य नहीं था। नीतीश कुमार ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि सभी वामपंथी पार्टियों का मूल एक ही है। आपको फिर से एक होने पर विचार करना चाहिए। इस पर डी राजा ने भी एक मुस्कान के साथ जवाब दिया।

विराट रैली को संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा ने देश में लोकतंत्र बचाने के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की सत्ता से बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए केंद्र की सत्ता से मोदी सरकार को हटाना होगा।

डी राजा ने कहा कि मोदी सरकार में गरीबों का कोई काम नहीं हो रहा है। दलित, आदिवासी और पिछड़ी जातियों की केंद्र की सरकार अनदेखी कर रही है। इन जातियों के लोगों को मजबूत करने की जरूरत है। बिहार सरकार ने जातीय गणना कराकर अच्छा कार्य किया है। जातीय गणना पूरे देश में होनी चाहिए।

डी राजा ने कहा कि केंद्र में बीजेपी सरकार को हटाकर 2024 में जनपक्षीय सरकार बनानी है, इसलिए विपक्षी एकजुटता जरूरी है। विपक्षी एकजुटता की शुरुआत बिहार से हुई है। उन्होंने पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में बीजेपी को परास्त करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी का स्टैंड विपक्षी एकता को मजबूती देना है। देश, लोकतंत्र और संविधान को बचाना है इसलिए अगले साल होने वाले चुनाव में बीजेपी को हराना है।

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