बालकनाथ के दिल्ली पहुंचते ही वसुंधरा के आवास पर जुटने लगे विधायक
राजस्थान में विधानसभा चुनाव में हर पांच साल में सरकार बदलने का ‘रिवाज’ इस बार भी कायम है। वोटर्स ने पुराना रिवाज कायम रखते हुए ‘राज’ यानी सरकार को बदल दिया है। राज्य भारतीय जनता पार्टी (BJP)को स्पष्ट बहुमत मिल गया है। हालांकि, इसके बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चा तेज हो गई है, क्योंकि अभी तक बीजेपी ने सीएम पद के लिए किसी नाम का ऐलान नहीं किया है। इस बीच वसुंधरा राजे के अलावा कई नामों की चर्चा चल रही है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 115 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि कांग्रेस को 69 सीटें मिली हैं। राज्य से कांग्रेस को बेदखल करके अब बीजेपी को राजस्थान के लिए सीएम फेस का चुनाव करना है। लिहाजा राजस्थान बीजेपी में उथल-पुथल बहुत तेज है। इसी के चलते पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के आवास पर हलचल है। खबर है कि वसुंधरा राजे से मिलने के लिए कई विधायक और कार्यकर्ता पहुंचे हैं। हालांकि माना जा रहा है कि राजस्थान में इस बार बीजेपी मुख्यमंत्री को लेकर सरप्राइज भी कर सकती है। इस बीच भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने राजस्थान के चर्चित नेता बाबा बालकनाथ को दिल्ली बुलाया है।
बीजेपी के दिग्गज नेताओं की मानें तो राजस्थान में जो नेता चुनाव नहीं लड़ा, वह मुख्यमंत्री बन सकता है। इसके साथ ही जिसने चुनाव लड़ा, वह उपमुख्यमंत्री हो सकता है। विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के एक दिन बाद मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर बीजेपी नेताओं के बीच बैक टू बैक बैठकों का दौर जारी है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और विधायक बाबा बालकनाथ को दिल्ली बुलाया गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी.पी. जोशी को भी दिल्ली बुलाया गया है।
वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे से मिलने के लिए उनके आवास पर विधायक कालीचरण सराफ, बाबू सिंह राठौड़, प्रेमचंद बैरवा पहुंचे हैं। इसके अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने भी वसुंधरा से मुलाकात की है। वहीं सांगानेर विधायक भजनलाल शर्मा, शाहपुरा विधायक लालाराम बैरवा भाजपा मुख्यालय पहुंचे हैं। साथ ही मनोहरपुर थाना विधायक गोविन्द रानीपुरीया, किशनगंज विधायक ललित मीणा , अंता विधायक कंवरलाल मीणा, बारां विधायक राधेश्याम बैरवा, डग से जीते कालूलाल मीणा भी सिविल लाइन पहुंचे हैं। इसके अलावा गुढा मलानी विधायक के के विश्नोई, पुष्कर विधायक सुरेश रावत, बांदीकुई विधायक भागचंद टाकड़ा भी पहुंचे हैं।
गौर करने वाली बात ये है कि जैसे ही बाबा बालकनाथ को बीजेपी हाईकमान को दिल्ली बुलाया गया है, उसके बाद ही पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के आवास पर हलचल शुरू हो गई। बता दें कि महंत बालकनाथ, नाथ सम्प्रदाय के आठवें मुख्य महंत हैं और राजस्थान की अलवर सीट से लोकसभा सांसद भी हैं। लेकिन भाजपा ने उन्हें तिजारा विधानसभा सीट से टिकट दिया था, जहां उन्होंने शानदार जीत दर्ज की है। सूत्रों की मानें तो बालकनाथ राजस्थान के सीएम के तौर पर एक मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।