इज़राइल की किसी भी दुस्साहसिक कार्रवाई का मुंह तोड़ जवाब देंगे: ईरान

इज़राइल की किसी भी दुस्साहसिक कार्रवाई का मुंह तोड़ जवाब देंगे: ईरान 

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कल शाम (मंगलवार) ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराक़ची से फोन पर बात की और क्षेत्र की ताज़ा घटनाओं पर चर्चा की।

इस टेलीफोनिक बातचीत में अराक़ची ने ग़ाज़ा में जारी नरसंहार और लेबनान पर इज़राइली आक्रमण के कारण पैदा हुए भयावह मानव संकट का हवाला देते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव से आग्रह किया कि इस अंतर्राष्ट्रीय निकाय की सभी क्षमताओं का उपयोग करके इज़राइल के अपराधों और आक्रमणों को रोका जाए और लेबनान और ग़ाज़ा को मानवीय सहायता भेजी जाए।

ईरानी विदेश मंत्री, जो 6 सितंबर को इज़राइली हवाई हमलों और आक्रमणों के बाद लेबनान में ईरानी सैन्य सलाहकार जनरल सैयद हसन नसरुल्लाह और सरदार नीलफरुशान की शहादत के चलते न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव से मिले थे, ने इस बातचीत में ईरान की क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने की मूलभूत नीति को दोहराते हुए कहा कि ईरान क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है और इज़राइल के किसी भी दुस्साहस का निर्णायक और पछताने वाला जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

विदेश मंत्री ने कहा कि क्षेत्र में अस्थिरता के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी घटना के लिए इज़राइल और उसके मुख्य समर्थक अमेरिका को ज़िम्मेदार ठहराया जाएगा।

गुटेरेस की क्षेत्र में तनाव बढ़ने पर चिंता
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ग़ाज़ा और लेबनान में इज़राइली हमलों के चलते क्षेत्र में तनाव बढ़ने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि युद्ध को समाप्त करने और ग़ाज़ा और लेबनान में युद्ध पीड़ितों और विस्थापितों को सहायता पहुंचाने के लिए राजनीतिक समाधान की तलाश की जानी चाहिए।

गुटेरेस ने लेबनान की संप्रभुता की रक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि लेबनान के दक्षिणी हिस्से में संयुक्त राष्ट्र के शांति सैनिकों (यूनीफिल) की तैनाती जारी रहेगी, हालांकि इन सैनिकों को लगातार खतरे का सामना करना पड़ रहा है। इराक़ची और गुटेरेस ने यमन की स्थिति और वहां के मानवीय संकट पर भी बातचीत की।

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री, फरास अल-अब्यद के अनुसार, इज़राइल के लेबनान पर हालिया आक्रमणों के दौरान अब तक 2,350 लोग शहीद हो चुके हैं और 10,906 लोग घायल हुए हैं। इज़राइली बमबारी के कारण 13 अस्पताल भी नष्ट हो चुके हैं। वहीं, यूनिसेफ (संयुक्त राष्ट्र बाल कोष) ने बताया कि पिछले तीन हफ्तों में 400,000 लेबनानी बच्चे विस्थापित हुए हैं।

फार्स समाचार एजेंसी के अनुसार, विदेश मंत्री ने न्यूयॉर्क में 79वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान एंटोनियो गुटेरेस के साथ मुलाकात में इज़राइल की आक्रमणकारी और आतंकवादी कार्रवाइयों के गंभीर खतरों की चेतावनी दी थी और संयुक्त राष्ट्र से क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की रक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया था।

अराक़ची ने अमेरिका द्वारा सुरक्षा परिषद में इज़राइल को जवाबदेह ठहराने से लगातार बाधा डालने और किसी भी कार्रवाई को रोकने को अवैध और शर्मनाक बताया और कहा कि अमेरिका इज़राइल के अपराधों और अत्याचारों में भागीदार है। उन्होंने अमेरिका द्वारा इज़राइल को दिए गए बंकर-भेदी बमों का उपयोग प्रतिरोध नेताओं की हत्या के लिए किए जाने को इसका स्पष्ट उदाहरण बताया।

विदेश मंत्री ने उस बैठक में कहा कि ईरान अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और महत्वपूर्ण हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इज़राइल के कब्जे और आक्रमण के खिलाफ प्रतिरोध का रास्ता दृढ़ता से जारी रहेगा।

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