हरियाणा: ईवीएम की शिकायत पर चुनाव आयोग के जवाब से कांग्रेस नाराज
हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने ईवीएम से जुड़ी कुछ शिकायतें चुनाव आयोग के सामने रखी थीं। हाल ही में चुनाव आयोग ने 1600 से अधिक पन्नों का जवाब कांग्रेस को भेजा, जिसमें इन आपत्तियों को खारिज कर दिया गया। इस पर कांग्रेस ने गहरी नाराजगी जताई है, क्योंकि कांग्रेस के अनुसार इस विस्तृत पत्र में आयोग ने रूखा और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि हरियाणा के 20 विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस की शिकायतों पर चुनाव आयोग ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। जयराम रमेश ने इस पोस्ट के साथ तीन पन्नों का वह पत्र भी साझा किया है, जो चुनाव आयोग को भेजा गया था। इस पत्र पर कांग्रेस के 7 वरिष्ठ नेताओं (केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, भूपेंद्र हुड्डा, अजय माकन, अभिषेक मनु सिंघवी, उदय भान, प्रताप बाजवा, जयराम रमेश और पवन खेड़ा) के हस्ताक्षर हैं।
इस पत्र में लिखा गया है कि हमें इस बात पर कोई आश्चर्य नहीं है कि चुनाव आयोग ने हमारी शिकायतों की जांच खुद की और फिर खुद को क्लीन चिट दे दी, बल्कि इस पत्र में इस्तेमाल की गई भाषा पर हमें गंभीर आपत्ति है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने मशीनों की बैटरी में उतार-चढ़ाव से जुड़े सवाल का जवाब दिया है, लेकिन स्पष्ट जवाब देने की जगह जनता को भ्रमित करने की कोशिश की गई है। जयराम रमेश का कहना है कि चुनाव आयोग का जवाब मशीनों के कामकाज के तरीके के बारे में एक मापदंड और सामान्य बुलेट सूची से ज्यादा कुछ नहीं है, न कि विशेष शिकायतों पर एक स्पष्ट व्याख्या।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारी शिकायतें बहुत महत्वपूर्ण थीं, लेकिन चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया बेहद मामूली और सतही है। इसमें शिकायतों पर कम और याचिकाकर्ताओं पर अधिक ध्यान दिया गया है। जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव आयोग की तरफ से इस तरह की भाषा के इस्तेमाल पर पार्टी न्यायालय का रुख करने पर विचार कर रही है, क्योंकि इससे पार्टी की छवि को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है।