इस्राईल में तबाही मचा रहा है डेल्टा वेरिऐंट डबल डोज़ के बाद भी संक्रमण फैला इस्राईल ने कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया में सबसे तेज टीकाकरण अभियान चलाया था यहाँ दो दो डोज़ लेने वाले भी डेल्टा वेरिएंट की चपेट में आ रहे हैं।
इस्राईल में जो वयस्क कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से आधे ऐसे हैं, जो पूरी तरह वैक्सीनेटिड हैं। इन लोगों को फाइजर की कोविड वैक्सीन लगी है।
वॉल स्ट्रीट जरनल की एक रिपोर्ट के अनुसार इस्राईल में वायरस के नए मामलों के लिए डेल्टा वेरिएंट 90 फीसदी जिम्मेदार है। सरकार के लिए कोविड-19 पर विशेषज्ञ सलाहकार पैनल का नेतृत्व कर रहे रैन बैलिसर के हवाले से यह जानकारी दी गयी है।
इस्राईल में 12 साल से कम उम्र के बच्चे भी वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं, जिनमें से ज्यादातर को कोरोना वैक्सीन नहीं लगी है। संक्रमण के मामले दोबारा बढ़ने के कारण इस्राईल में एक बार फिर पांबदियां लगना शुरू हो गई हैं।
बचाव के तौर पर सरकार ने लोगों के लिए मास्क पहनना एक बार फिर अनिवार्य कर दिया है। डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैलता है और मूल वायरस से अधिक खतरनाक है। सरकार ने लोगों से कहा है कि उन्हें इंडोर सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना होगा।
इस्राईल में इस से पहले मामलों में कमी आने पर मास्क का नियम हटाया गया था। बीते चार दिनों में देश में 100 से ज्यादा मामले मिले हैं। कहा जा रहा है कि इस्राईल ने 16 साल से ऊपर की 80 फीसदी वयस्क आबादी का टीकाकरण पूरा कर लिया है।
इन लोगों को फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज लग गई हैं। इस्राईल महामारी प्रतिक्रिया बल के अध्यक्ष नचमन एश का कहना है कि मामलों में वृद्धि डेल्टा वेरिएंट के कारण हो रही है।
डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। हमें हर दिन मामलों में दो गुना बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। एक अन्य चिंता की बात यह है कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
अगर हमारे पास ऐसे दो शहर हैं, जहां मामले तेजी से फैल रहे हैं, तो आने वाले वक्त में ऐसे शहरों की संख्या भी बढ़ेगी, जहां मामलों में इजाफा होगा।