अमेरिका करता है आतंकी संगठनों का समर्थन,15अधिकरियों पर लगाया प्रतिबंध
ईरान ने 15 से अधिक अमरीकी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। और साथ-साथ आरोप लगाया है कि अमरीका आतंकी संगठनों का समर्थन करता है।
ईरान ने अमेरिका के 15 से अधिक अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिया है जिनमें सेना प्रमुख जॉर्ज केसी और पूर्व राष्ट्रीय बताइए डॉनल्ड ट्रंप के अटॉर्नी रोटी गोलियां ने भी शामिल है।ईरान ने यह कदम ऐसे वक्त पर उठाया है के जब 2015 के परमाणु समझौते को बहाल करने के लिए महीनों तक चली परमाणु वार्ता एक बार फिर बीच में अटक गई है ।
प्रतिबंधों की सूची में जो अधिकारी शामिल हैं उनमें से अधिकतर ट्रम्प सरकार और उनके प्रशासन में काम करते थे तब अमेरिका ने भी ईरान के अधिकारियों नेताओं और कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे।और इसके साथ ही ट्रंप ने अमेरिका को ईरान परमाणु समझौते से बाहर कर लिया था।
खबरों के अनुसार एक बयान में ईरान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि अमरीकी अधिकारी ईरान के खिलाफ आतंकी संगठनों और आतंकी गतिविधियों का समर्थन कर रहे हैं उसने अमेरिकी अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वह क्षेत्र में फिलिस्तीन लोगों के खिलाफ इसराइल की दमनकारी गतिविधियों का समर्थन कर रहे हैं।
बताते चलें कि ईरान और अमेरिका के बिच 11 महीने तक वियना में हुई बातचीत को अचानक से बीच में ही रोक दिया गया है दोनों पक्षों ने कहा है कि तेहरान और वाशिंगटन को बाकी मुद्दों को सुलझाने के लिए जरूरी राजनीतिक फैसले लेने होंग। ईरान ने अपने नए प्रतिबंधों के जरिए अमेरिकी सेना के पूर्व कमांडर जनरल ऑस्टिन स्टॉक मिलर पूर्व अमरीकी कॉमर्स सेक्रेटरी बीरबल रोज और कई पूर्व राजदूत सहित अन्य अधिकारियों को इसका निशाना बनाया है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले जनवरी में ईरान ने तकरीबन 51 अमरीकी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया था जिनमें से अधिकतर अमेरिकी सेना से हैं यह प्रतिबंध उस वक्त लगाया था कि जब इराक में साल 2020 में हवाई ड्रोन हमले के जरिए जनरल कासिम सुलेमानी को सही करने गया था इसके अलावा बीते साल क्यों भाग गई वरिष्ठ अमरीकी अधिकारियों को भी प्रतिबंध लगाया था कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से ईरान और अमेरिका के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।