भाजपा से नहीं करेंगे गठबंधन, पिछड़े वर्ग के नेताओं से ग़ुलाम जैसा व्यवहार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी SBSP के अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व सहयोगी, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने भविष्य में भारतीय जनता पार्टी के साथ किसी प्रकार के गठबंधन से इंकार करते हुए आरोप लगाया कि वहां पिछड़े वर्ग के नेताओं की हालत गुलामों जैसी है।
भाजपा के किसी नेता से बातचीत न होने की पुष्टि करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह भाजपा के किसी नेता के सम्पर्क में नहीं हैं। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रह चुके सुभासपा अध्यक्ष राजभर ने भविष्य में भाजपा से गठबंधन करने से साफ-साफ इंकार कर दिया।
बता दें कि राजभर को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया था लेकिन कुछ माह बाद ही भाजपा से उनकी दूरी बढ़ती गई और अंततः उन्होंने गठबंधन तोड़ दिया। हालाँकि एक बार फिर भाजपा और सुभासपा के बीच गठबंधन की अटकलें हैं, लेकिन राजभर ने इस अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए दो टूक कहा है कि, ‘हम भाजपा के किसी नेता के संपर्क में नहीं हैं और अब तक भाजपा के किसी नेता ने मुझसे संपर्क भी नहीं किया है।
राजभर ने किसी भाजपा नेता से मिलने की संभावना का इंकार करते हुए कहा कि अगर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उन्हें न्योता देते हैं, तो वह उनसे भी नहीं मुलाकात करेंगे।
राजभर ने कहा कि भाजपा ने केशव प्रसाद मौर्य को सामने रखकर उत्तर प्रदेश विधानसभा का पिछला चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया। उन्होंने दावा किया कि योगी सरकार में मौर्य की ना सिर्फ उपेक्षा की गई है बल्कि उत्तर प्रदेश राज्य सचिवालय से उनका नेमप्लेट भी उखाड़ कर फेंक दिया गया।