मोदी शाह के गढ़ में कोई मुसलमान ऐसा क्यों करेगा, चुनावी राज्यों में दंगे
रामनवमी की रैलियों में देश के अलग-अलग भागों में हो रही तथाकथित हिंसक घटनाओं को लेकर लगातार सियासत गर्माती जा रही है। विपक्षी पार्टी जहाँ इन हिंसक घटनाओं को लेकर मोदी सरकार पर सवाल उठा रही है वहीँ सरकार की ओर से भी इन घटनाओं पर राजनीति हो रही है।
शिवसेना के फायर ब्रांड नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इन घटनाओं को लेकर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। राउत ने शिवसेना के मुख्य पत्र सामना के लिए लिखे गए पाने लेख में कहा है कि 10 राज्यों में दंगे हुए हैं जो अच्छी बात नहीं है। इस से पहले तक शोभायात्रा एवं रामनवमी के अवसर पर धर्म एवं सांस्कृतिक का ही प्रदर्शन किया जाता रहा है लेकिन अब इन रैलियों में हथियार लहराए जाने लगे हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए संजय राउत ने कहा कि अब रामनवमी की रैली और शोभ यात्राओं में तलवारें लहराई जाती है। धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश हो रही है। विद्वेष फैलाया जा रहा है। संघ प्रमुख यह रहे हैं कि 15 वर्षों में भारत अखंड हिंदू राष्ट्र होगा। क्या यह उसीकी शुरुआत है ?
राउत ने भाजपा और संघ पर निशाना साधते हुए कहा अगर कोई धर्मान्धता की आग भड़काकर, शांति को आग लगाकर चुनाव जीतना चाहता होगा तो वह देश के दूसरे विभाजन के बीज बोते हुए नज़र आ रहे हैं। देश के टुकडे हो रहे हैं तो हो जाएं लेकिन धार्मिक विद्वेष फैलाकर चुनाव जीतने की नीति पर भाजपा खुलेआम काम कर रही है।
राउत ने कहा कि झारखंड, मध्यप्रदेश, गुजरात, कर्नाटक और राजस्थान समेत देश के 10 राज्यों में चुनाव होने हैं। रामनवमी के दिन जिन दस राज्यों में दंगे हुए, वहां जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मुंबई के मानखुर्द इलाके में भी इस दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
चुनाव जीतने के लिए देश का माहौल जिस तरह से जानबूझकर खराब किया जा रहा है, यह देश के लिए ठीक नहीं है। दिल्ली में कल हनुमान जयंती और रामनवमी पर जो कुछ हुआ इससे पहले यह कभी नहीं हुआ करता था।
राम नवमी के अवसर पर हुई घटनाओं को साज़िश बताते हुए राउत ने कहा कि गुजरात राज्य में, जो मोदी और शाह का राज्य है और आज जिसे हिंदुत्व का गढ़ माना जाता है, उस राज्य में मुसलमान रामनवमी यात्रा पर पत्थर फेंकेंगे? गुजरात के साबरकांठा जिले में विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित रामनवमी यात्रा पर एक अन्य समूह के लोगों ने पथराव किया ये कोई मानेगा क्या?