1984 सिख विरोधी दंगा मामले में सज्जन कुमार को उम्रकैद
1984 के सिख दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। 1984 सिख दंगा मामले में पिछली सुनवाई में राउज एवेन्यू कोर्ट ने अपना फैसला आज तक के लिए सुरक्षित रख लिया था। सरस्वती विहार में 2 सिखों की हत्या के मामले में सज्जन को ये सजा सुनाई गई है। स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने सज्जन कुमार को 12 फरवरी को ही दोषी करार दिया था। सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने पर अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
एडवोकेट एच.एस. फूल्का ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा सुनाए जाने पर कहा, “… आजीवन कारावास भी बहुत बड़ी बात है। जज ने अपने फैसले में लिखा है कि हमारी और सरकार की मांग थी कि सज्जन कुमार को फांसी की सजा सुनाई जाए मगर वह नहीं दी गई क्योंकि उनकी उम्र 80 साल है। वे बीमार हैं, और खुद को संभाल भी नहीं सकते हैं… यह कानून है कि 80 साल के ऊपर और बीमार व्यक्ति को फांसी की सजा नहीं सुनाई जाती।
फैसले से ठीक पहले सज्जन कुमार ने सजा में रियायत की अपील की थी। उन्होंने दलीलों में कहा कि इस मामले में मुझे फांसी की सजा देने का कोई आधार नहीं बनता है। सज्जन कुमार ने कहा, ”मैं 80 साल का हो चला हूं। बढ़ती उम्र के साथ कई बीमारियों से जूझ रहा हूं। 2018 से जेल में बंद हूं। उसके बाद से मुझे कोई फरलो/ परोल नहीं मिली है।
उन्होंने कहा, ”1984 के दंगों के बाद किसी आपराधिक मामले में शामिल नहीं रहा. जेल में/ ट्रायल के दौरान मेरा व्यवहार हमेशा ठीक रहा/ कोई शिकायत मेरे खिलाफ नहीं मिली। इसलिए मेरे सुधार की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। सज्जन कुमार ने कहा कि तीन बार सांसद रह चुका हूं। सामाजिक कल्याण के लिए कई प्रोजेक्ट का हिस्सा रहा हूं। अभी भी खुद को निर्दोष मानता हूं। कोर्ट इस केस में उसके लिए मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए न्यूनतम सजा को मुकर्रर करे।
क्या था मामला?
मामला 1 नवंबर, 1984 का है, जिसमें पश्चिमी दिल्ली के राज नगर में सरदार जसवंत सिंह और सरदार तरुण दीप सिंह की हत्या कर दी गई थी। शाम को करीब चार-साढ़े चार बजे दंगाइयों की भीड़ ने पीड़ितों के राज नगर इलाके स्थित घर पर लोहे के सरियों और लाठियों से हमला कर दिया था। शिकायतकर्ताओं के मुताबिक, इस भीड़ का नेतृत्व सज्जन कुमार कर रहे थे जो उस समय बाहरी दिल्ली लोकसभा सीट से कांग्रेस के सांसद थे।