किसान मार्च: दिल्ली पुलिस अलर्ट पर, धारा 144 लागू, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
किसान मजदूर मोर्चा’ (केएमएम) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) दोनों संगठनों ने 3 मार्च को अपील की थी कि किसान बड़ी संख्या में 6 मार्च को ट्रेनों और बसों के जरिए दिल्ली पहुंचें। किसानों द्वारा की गई अपील को देखते हुए दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है। राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर टीमों को तैनात किया गया है, जो दिल्ली पहुंचने वाले प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेंगे। सबसे ज्यादा सख्त पहरा रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर है। क्योंकि किसान संगठनों ने किसानों को ट्रेनों और बसों के जरिए दिल्ली पहुंचने की अपील की है।
किसान संगठनों ने 10 मार्च को देशभर में ‘रेल रोको’ आंदोलन का भी अपील की है। ऐसे में रेलवे स्टेशनों के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। पुलिस के मुताबिक, दिल्ली के कुछ प्रमुख रेलवे स्टेशनों जैसे नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार, सराय रोहिल्ला पर सुरक्षा बढ़ाई गई है।
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी सहित अपनी कई मांगों के समर्थन में 10 मार्च को चार घंटे के देशव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन का भी आह्वान किया है। नेताओं ने कहा कि किसी किसान का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और जब तक मांगें पूरी नहीं हो जातीं तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
पिछले महीने पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी में सुरक्षाकर्मियों और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प के बाद 21 वर्षीय एक किसान की मौत हो गई थी और कुछ अन्य किसान घायल हुए थे। सुरक्षा बलों द्वारा उनके ‘दिल्ली चलो’ मार्च को रोके जाने के बाद प्रदर्शनकारी किसान पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं तंबू लगाकर बैठे हैं।