कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर किसानों 56 दिनों से किसानों का प्रदर्शन जारी है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कई बार किसानों के समर्थन में ब्यान दे चुके हैं और अब उन्होंने किसानों के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
राहुल गाँधी ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि ये समझना गलत है कि ये सत्याग्रह सिर्फ़ किसानों के लिए है. इन तीन कृषि-विरोधी कानूनों का असर मध्यम वर्ग पर भी पड़ेगा जब APMC नष्ट हो जाएंगे और अनाज के दाम आसमान छुएंगे. मोदी जी सिर्फ़ अपने पत्रकार और पूंजीपति मित्रों के लिए काम कर रहे हैं. आज सच्चाई सबके सामने है!
ये समझना ग़लत है कि ये सत्याग्रह सिर्फ़ किसानों के लिए है।
इन तीन कृषि-विरोधी क़ानूनों का असर मध्यम वर्ग पर भी पड़ेगा जब APMC नष्ट हो जाएँगे और अनाज के दाम आसमान छुएँगे।
मोदी जी सिर्फ़ अपने पत्रकार और पूँजीपति मित्रों के लिए काम कर रहे हैं। आज सच्चाई सबके सामने है! pic.twitter.com/SPrdcfJfAN
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 20, 2021
कल मंगलवार को राहुल गांधी ने किसानों की पीड़ा पर एक बुकलेट जारी करते हुए कहा था कि कृषि देश का सबसे बड़ा उद्यम है. अब इसमें भी तीन कानूनों के जरिए एकाधिकार लाया जा रहा है. खेती-किसानी को बर्बाद किया जा रहा है. इसकी मार मध्यवर्ग पर सबसे अधिक पड़ने जा रही है. इसकी मार युवाओं पर भी पड़ेगी. तीनों कानूनों को वापस लिए बगैर कोई समाधान नहीं आएगा. देश में चार पांच उद्योगपतियों का एकाधिकार हो रहा है.
कल बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) राहुल गाँधी पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाया था जिसका जवाब देते हुए राहुल गाँधी ने कहा: कि वह क्या करते हैं, देश जानता है. भट्टा परसौल में किसानों के साथ मैं खड़ा था, नड्डा जी नहीं. मैं मोदी जी से नहीं डरता. वे लोग मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते. हां, गोली मार सकते हैं, पर छू नहीं सकते. ये ठीक से सुन लें.
कृषि सुधारों को लेकर कांग्रेस की पिछली कोशिशों पर उठाए जा रहे सवालों पर भी राहुल गांधी ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि हमने खेती को लेकर रिफॉर्म की बात की, उसको खत्म करने की बात नहीं की.