इस्राईली दूत की टिप्पणी साबित करती है कि भारत सरकार ने ख़रीदा पेगासस: चिदंबरम
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने पेगासस स्पाइवेयर विवाद को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पेगासस स्पाइवेयर पर इस्राईली दूत के बयान से ये बात स्पष्ट हो गई कि पेगासस स्पाइवेयर को भारत सरकार ने ख़रीदा था ।
पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “पेगासस विवाद में उच्चतम न्यायालय के बुद्धिमान और साहसिक आदेश के बाद, पहला ढांचा बाहर हो गया है। कल, इज़राइल के राजदूत ने सार्वजनिक रूप से कहा कि पेगासस स्पाइवेयर केवल सरकार को बेचा गया था। तो, भारत के मामले में, खरीदार निश्चित रूप से भारत सरकार थी।
क्या दूरसंचार मंत्री यह स्वीकार करेंगे कि पेगासस का खरीदार भारत सरकार था? अगर वह चुप रहते हैं, तो उनके रिपोर्ट कार्ड पर धब्बा बना रहेगा।”
पेगासस विवाद में उच्चतम न्यायालय के बुद्धिमान और साहसिक आदेश के बाद, पहला ढांचा बाहर हो गया है।
कल, इज़राइल के राजदूत ने सार्वजनिक रूप से कहा कि पेगासस स्पाइवेयर केवल सरकार को बेचा गया था।
तो, भारत के मामले में, खरीदार निश्चित रूप से भारत सरकार थी।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 29, 2021
बता दें कि इस्राईल के राजदूत नाओर गिलोन ने गुरुवार को कहा कि इस्राईल ने एनएसओ जैसी कंपनियों को अपने उत्पाद गैर-सरकारी अभिनेताओं को बेचने की अनुमति नहीं दी।
इस्राईली राजदूत ने अपने बयान में कहा था कि “… एनएसओ या ऐसी कंपनियों के हर निर्यात को इस्राईली सरकार के निर्यात लाइसेंस की आवश्यकता होती है। हम ये निर्यात लाइसेंस केवल सरकारों को निर्यात करने के लिए देते हैं ये एकमात्र मुख्य आवश्यकता है…आवश्यकताओं के तहत भी, वे इसे गैर-सरकारी अभिनेताओं को नहीं बेच सकते हैं। यहां भारत में जो हो रहा है वो भारत का आंतरिक मामला है और मैं यहाँ के आंतरिक मामलों में कुछ नहीं बोलना चाहता ।
ग़ौर तलब है कि भारत में लक्षित निगरानी के लिए पेगासस स्पाइवेयर के कथित उपयोग की जांच के लिए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने तीन सदस्यीय स्वतंत्र विशेषज्ञ पैनल का गठन किया।