ईमानदार अधिकारियों की जगह मनपसंद लोगों को लाकर सरकार चुनाव में मदद लेना चाहती है: सपा सांसद
सपा सांसद डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क ने राजस्थान में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में बहुत दिनों से मॉब लिंचिंग चल रही है। बेगुनाह लड़कों को घेर कर मारना और जवरन किसी से जय श्रीराम के नारे लगवाना इंसानियत के खिलाफ है। जयपुर में जो हुआ वह दुखद और
शर्मनाक है।
उन्होंने मध्यप्रदेश के उज्जैन में हुई रेप की घटना पर भी तीखी टिप्पणी की। सपा सांसद ने कहा कि इससे ज्यादा शर्म की बात कोई नहीं हो सकती। पीड़ित बच्ची किसी की भी हो, हम सब की बच्ची है और मेरी भी बच्ची है। इसलिए देश की बच्चियों के साथ इस तरह का अत्त्याचार करना बड़ी बदनामी की बात है।
उन्होंने 3 साल से अधिक एक ही जनपद में तैनात और विधानसभा चुनाव करा चुके पुलिस वालों को हटाए जाने का विरोध किया। सपा सांसद ने कहा कि सरकार चाहती है कि आने वाला चुनाव उनकी मर्जी के लोग करायें। इसीलिए ईमानदार अधिकारियों को पसंद नहीं किया जा रहा है। मनपसंद लोगों को सरकार उनकी जगह पर लाकर चुनाव में मदद लेना चाहती है।
सरकार ऐसे लोगों को पसंद करती है जो जुल्म ज़्यादती और अत्याचार करें और अच्छे काम ना करें। सपा सांसद ने कहा कि देश में चुनाव अगर ईमानदारी से नहीं होंगे तो देश का संविधान और प्रजातंत्र खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ध्रुवीकरण के लिए लड़ाई झगड़े कराए जाएंगे। इंसाफ पसंद अधिकारियों को सरकार पसंद नहीं करती है। उनको पदों से हटाया जा रहा है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग मुसलमानों को घेर कर नारे लगवाते हैं और पीट-पीट कर जान से मार देते हैं। देश को ठीक से चलाने के लिए जरूरी है कि व्यवस्था में बदलाव हो। देश की हालत बिगड़ी हुई है। कानून व्यवस्था खराब है। आगामी चुनाव व्यवस्था को बदल देगा।
सपा सांसद ने आरोप लगाया कि बीजेपी और संघ के लोग देश में हिंदू मुस्लिम की नफरत फैलाकर हालात बिगाड़ रहे हैं,जिसे मुसलमान ही नहीं बल्कि हिंदू भाई भी पसंद नहीं कर रहे हैं। उनकी वजह से देश की तरक्की रुक गई है।