पश्चिम बंगाल: भाजपा के पूर्व नेता और केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन और संतनु सेन की उपस्थिति में शनिवार को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्होंने 10 मार्च को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए “हमले” के बाद पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है। नंदीग्राम में ममता जी पर हमला हुआ उसी समय मैंने टीएमसी में शामिल होने और उसका समर्थन करने का फैसला किया।
सिन्हा ने ये भी बताया कि उन्होंने आज सुबह ममता से मुलाक़ात की हमारी कई मुद्दों पर उनसे बातचीत हुई उन्होंने कहा कि केंद्र में सरकार बदलने के लिए टीएमसी को 2024 तक मजबूत किया जाना चाहिए।
बता दें कि सिन्हा ये भी कहा कि “देश एक महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है। लोकतंत्र में, जिन चीजों को हम प्राथमिकता देते थे, वे अब संकट में हैं। महत्वपूर्ण संस्थान संकट में हैं और यह हमारे लोकतंत्र के लिए बहुत गंभीर खतरा है। हमारे किसान सड़कों पर बैठे हैं लेकिन कोई भी परेशान नहीं है। यहां तक कि न्यायिक प्रणाली भी अब कमजोर हो गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि आज की भाजपा में और अटल जी के समय की भाजपा में नरक और स्वर्ग का अंतर है।
अटल जी सहयोग में विश्वास करते थे, लेकिन आज की सरकार कुचलने और जीतने में विश्वास करती है। अटल जी ने देश के हर कोने से गठबंधन किया और अब नीतीश कुमार की पार्टी को छोड़कर, हर पार्टी ने एनडीए छोड़ दिया है।
ममता की प्रशंसा करते हुए सिन्हा ने कहा, “वह एक फाइटर बनी हुई हैं। कंधार विमान हाईजैक घटना के समय, ममता जी ने कैबिनेट को प्रस्ताव दिया था कि वो बंधक बनने के लिए तैयार हैं ताकि दूसरों को मुक्त कराया जा सके । वह देश के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार थी।
सिन्हा के टीएमसी में शामिल होने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी प्रतिक्रिया देते हुए कहा: “यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि यशवंत सिन्हा जैसे नेता हमारी पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
बता दें की यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्रालय और बाहरी मामलों के विभागों को संभालते थे उन्होंने दो साल पहले भाजपा छोड़ दी थी ।