DMK सीएए के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगी: स्टालिन

करीब दस साल से तमिलनाडु की सत्ता से बाहर DMK प्रमुख एम.के. स्टालिन (M. K. Stalin) ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी भारत में शरणार्थी शिविरों में रह रहे श्रीलंकाई और तमिल नागरिको के लिए भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह करेगी, साथ ही हमारी लड़ाई CAA के ख़िलाफ़ जारी रहेगी

बता दें कि शनिवार की कहा शाम को स्टालिन ने कहा था कि डीएमके ने हमेशा सीएए का विरोध किया है और हमने इसके खिलाफ अभियान चलाया साथ ही तमिलनाडु में एक अभियान चलाकर एक करोड़ हस्ताक्षर एकत्र किए थे और हम हमेशा इस कानून को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाएं हुए हैं। और आगे भी हम केंद्र सरकार से नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 को वापस लेने का आग्रह करते रहेंगे।”

द हिन्दू के अनुसार DMK ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार से अनुरोध किया जाएगा कि वह श्रीलंका और तमिल के वो जो शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं उनको भी नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) में शामिल किया जाए और उन्हें नागरिकता दी जाए।

बता दें कि एम.के. स्टालिन ने एक बयान में कहा “मैं फिर से दोहराना चाहूंगा कि अगर डीएमके सत्ता में आई तो वो सीएए को खत्म करने के लिए अपनी आवाज बुलंद करेगी।”

ग़ौरतलब है चुनावी घोषणा करते हुए उन्होंने ये भी कहा कि हम अपने राज्य में एंटी-किसान बनाए गए तीन कृषि क़ानूनों को भी लागू नहीं होने देंगे।

डीएमके ने केंद्र सरकार से सवाल करते हुए कहा कि श्रीलंका के मुसलमानों और तमिल शरणार्थियों को अधिनियम के दायरे से बाहर क्यों रखा गया ? साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर धर्म के आधार पर लोगों को ‘विभाजित’ करने का आरोप लगाया।

चुनाव घोषणापत्र में स्टालिन ने वादा किया है कि डीएमके की सरकार बनने के बाद तमिलनाडु की अर्थव्यवस्था, कृषि, जल संसाधन, शिक्षा, स्वास्थ्य, शहरी विकास,ग्रामीण विकास और सामाजिक न्याय के क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगी. उन्होंने अपराध की जांच के लिए एक विशेष अदालत की घोषणा की है.

डीएमके ने जनता को लुभाने के लिए पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल के भाव पर 4 रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी देने का वादा किया है. पार्टी प्रमुख स्टालिन ने एलपीजी गैस सिलेंडर पर 100 रुपये की सब्सिडी देने का भी वादा किया है.

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