केंद्र ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की किसी भी योजना को खारिज किया
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष दर्जा देने से एक बार फिर इनकार कर दिया है, जो नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के लिए एक बड़ा झटका है। क्योंकि, नीतीश कुमार के साथ ही उनकी पार्टी के नेता लगातार केंद्र सरकार से बिहार को विशेष दर्जा देने की मांग करते रहे हैं। जेडीयू वर्तमान में एनडीए सरकार के प्रमुख सहयोगी पार्टी है। इसके बावजूद केंद्र सरकार ने नीतीश कुमार के इस मांग को खारिज कर दिया और अपना जवाब दिया है।
क्या है विशेष राज्य का दर्जा
दरअसल, विशेष दर्जा किसी पिछड़े राज्य को उसके विकास में तेजी लाने के लिए अधिक केंद्रीय सहायता सुनिश्चित करता है। हालांकि, संविधान में किसी भी राज्य के लिए विशेष दर्जा प्रदान नहीं किया गया है, लेकिन इसे 1969 में पांचवें वित्त आयोग की सिफारिशों पर पेश किया गया था। अब तक जिन राज्यों को विशेष दर्जा मिला है, उनमें जम्मू और कश्मीर (अब एक केंद्र शासित प्रदेश), पूर्वोत्तर राज्य, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य शामिल हैं।
बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा का मामला नहीं बनता: पंकज चौधरी
बिहार के झंझारपुर से जेडीयू सांसद रामप्रित मंडल ने वित्त मंत्रालय से पूछा था कि क्या सरकार के पास आर्थिक विकास और औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए बिहार और अन्य सबसे पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा देने की कोई योजना है। एक लिखित जवाब में, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा, “बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा का मामला नहीं बनता है”।
इस घटनाक्रम पर राज्य के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने फौरन प्रतिक्रिया दी। लालू ने कहा- नीतीश कुमार, केंद्र और राज्य की सत्ता के लिए अपना ज़मीर, अपनी अंतरात्मा, बिहार की अस्मिता, बिहारवासियों की आकांक्षाओं और बिहार के वोटों की महत्त्वता को बेच चुके हैं! नीतीश कुमार तुरंत इस्तीफ़ा दें। बोला था विशेष राज्य का दर्जा दिला देंगे! अब केंद्र ने मना कर दिया।”
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जेडीयू की लंबे समय से मांग रही है। इस चुनाव में भाजपा के बहुमत से दूर रहने और जादुई आंकड़े को हासिल करने के लिए जेडीयू, टीडीपी और अन्य दलों के साथ गठबंधन करने से, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी को अपनी मूल मांग के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ रही है। जेडीयू ने बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में भी यह मांग उठाई थी।
जेडीयू सांसद संजय कुमार झा ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग जेडीयू के लिए प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा- “बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, ये हमारी पार्टी की शुरू से मांग रही है। इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बड़ी-बड़ी रैलियां कर चुके हैं। अगर सरकार को लगता है कि ऐसा करने में दिक्कत है तो बिहार को कम से कम विशेष पैकेज ही मिलना चाहिए।”