भाजपा नेताओं भारतीय मुसलमानों का शुक्रिया अदा करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव आने से पहले सभी पार्टियां अपनी अपनी तैयारियों में लगी हैं कोई मंदिर की बात कर रहा है कोई जिन्ना की बात करके लोगों को भड़का रहा है इसी तरह आरोपों का सिलसिला भी जारी है भारतीय जनता पार्टी ने पहले की तरह इस बार भी हिंदू मुस्लिम के नाम पर चुनाव प्रचार करना शुरू कर दिया हैब
ता दें अभी कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने एक बयान देते हुए कहा था कि अयोध्या और काशी के बाद मथुरा की तैयारी है जिस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया था
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बीते दिनों व्यापारियों के बीच गए थे जहां उन्होंने हिंदू मुस्लिम की बातें की इस बात से साफ है कि इस बार भी उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा हिंदू मुस्लिम का दाम चल रही है
उप मुख्यमंत्री का यह आपत्तिजनक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है इस वीडियो में जिस वीडियो में साफ सुना जा सकता है और देखा जा सकता है कि योगी सरकार के उपमुख्यमंत्री यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं के 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में लूंगी छाप गुंडे घूमते थे जालीदार टोपी पहने हाथ में बंदूक लिए व्यापारियों को डराने और धमकाने का काम किया जाता था और यह व्यापारी शिकायत भी नहीं कर पाते थे
लेकिन जब से भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई है इस तरह से कोई भी व्यापारियों को नहीं परेशान करता
गौरतलब है इस तरह की बात करने का असल कारण हिंदू और मुस्लिम की सियासत खेलना है
जब केशव जब केशव मौर्या का यह वीडियो सोशल मीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो पत्रकार रोहिणी सिंह ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि
BJP leaders should wake up every morning thanking Indian Muslims because without them none of them have an identity and sense of purpose in politics. If there were no Muslims in India there would be no BJP! https://t.co/d8PzJU27hs
— Rohini Singh (@rohini_sgh) December 3, 2021
भाजपा नेताओं को हर सुबह उठकर भारतीय मुसलमानों का शुक्रिया अदा करना चाहिए।,
क्योंकि उनके बिना उनमें से किसी की भी राजनीति में कोई पहचान और उद्देश्य नहीं है। अगर भारत में मुसलमान नहीं होते तो बीजेपी नहीं होती!”
भारतीय जनता पार्टी के इस तरह के बयान से लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है लोग इस बहू भी जानते हैं कि यह सारी बातें विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के कारण कहीं जा रही हैं