पश्चिम बंगाल विधानसभा की 292 सीटों पर छिटपुट हिंसा के बीच आठ चरणों में मतदान के साथ ही गुरुवार को मतदान संपन्न हुआ। इसके साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों के कुल 2116 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। गुरुवार को आठवें चरण में शाम पांच बजे तक 76.07 फीसदी मतदान हुआा। सबसे ज्यादा बीरभूम में 81.87 फीसदी मतदान हुआ। मालदह में 80.06 फीसदी, मुर्शिदाबाद में 78.07 फीसदी और उत्तर कोलकाता में 57.53 फीसदी मतदान हुआ। बीरभूम में सर्वाधिक और उत्तर कोलकाता में सबसे कम मतदान हुआ।
पश्चिम बंगाल सहित अन्य पांच राज्यों की मतगणना 2 मई को होगी। पश्चिम बंगाल में 108 मतदान केंद्रों पर मतगणना होगी। मतगणना के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा और कोरोना वायरस के प्रोटोकॉल के पालन के निर्देश दिए गये हैं। इस मतगणना के साथ यह तय हो जाएगा कि बंगाल में फिर से ममता बनर्जी का राज होगा या फिर भाजपा यहाँ कमल खिलाने में सफल रहेगी।
पश्चिम बंगाल में कुल आठ चरणों में मतदान हुआ है। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को हुई थी। इसके बाद दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण का मतदान क्रमश: 1 अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल और 26 अप्रैल को हुआ। आठवें और अंतिम चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को हुई। पश्चिम बंगाल के विधानसभा की सीटों की संख्या 294 है, लेकिन कोरोना संक्रमित होने के कारण दो उम्मीदवारों की मौत हो गई है। 16 मई को मुर्शिदाबाद जिला की जंगीपुर और शमशेरगंज विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी।