अमेरिका फैसला करे, समझौता चाहता है या नही : ईरान

अमेरिका फैसला करे, समझौता चाहता है या नही : ईरान

ईरान के विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान ने यूरोपीय यूनियन के विदेश मामलों के प्रभारी के साथ वार्ता में कहा है कि अगर अमेरिका ईरान के साथ परमाणु समझौते में वापसी को लेकर गंभीर है तो उसे अपने ज़िद और फालतू की बातों को दोहराने से बचना होगा.

अमीर अब्दुल्लाहियान ने यूरोपीय संघ (EU) की विदेश नीति के प्रमुख जोसफ बोरेल के साथ वार्ता का हवाला देते हुए ट्वीट करते हुए खबर दी कि जोसफ बोरेल के साथ वार्ता में हमने साफ़ कह दिया है कि अमेरिका को परमाणु समझौता या अपने हठधर्मिता, किसी एक का चुनाव करना होगा. अगर वह ईरान के साथ परमाणु समझौते में वापसी को लेकर गंभीर है तो बार बार अपनी फालतू की मांगों को दोहराने की आदत से बाज़ आए.

अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा कि समझौता तभी मुमकिन है जब आपसी समझ और एक दूसरे के हितों का ख्याल रखा जाए. हम एक मज़बूत और एक दूसरे के हितों का सम्मान करने वाले समझौते तक पहुँचने की कोशिश जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि आपसी समझ और आपसी हितों के सम्मान के आधार पर ही समझौता संभव है. अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा कि हम एक मजबूत और स्थिर समझौते पर पहुंचने के लिए बातचीत जारी रखेंगे.

अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा कि साफ़ शब्दों में अमेरिका को संदेश देते हुए कहा कि यह अमेरिका को यह तय करना है कि वह एक समझौता चाहता है या नहीं. गेंद अमेरिका के पाले में है वह सच में समझौता चाहता है या एकतरफा अपनी मांगों को दोहराते रहना चाहता है. अमेरिका को समझना होगा कि यह दोनों एक ही समय में संभव नहीं हैं.

बता दें कि बोरेल पिछले हफ्ते ही ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए हो रही चर्चा की जानकारी लेने के लिए तेहरान पहुंचे थे.

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