जो बाइडन द्वारा नामांकित सदस्य विरोधों का सामना कर रहे हैं

हफ़ पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा नामांकित किए गए व्यक्तियों को सीनेट में श्वेत समकक्षों की तुलना में विरोध का सामना करना पड़ रहा है,

इसी हफ्ते सेन जो मंचिन ने तीखे ट्वीट्स का हवाला देते हुए नीरा टंडन का विरोध किया था,इसके अलावा सेन सुसान कोलिन्स ने भी नीरा का विरोध करते हुए कहा कि प्रबन्धन और बजट कार्यालय में काम करने के लिए नीरा के पास कोई अनुभव नहीं है। अभी तक किसी भी रिपब्लिकन सीनेटर ने नीरा का समर्थन नहीं किया है।

आपको बता दें कि मंगलवार को मंचिन ने ग्रेनेल को मंजूरी देने के लिए मतदान करते हुए कहा कि दोनों के बीच समय का अंतर है। 6 जनवरी को डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों द्वारा कैपिटल में किए गए दंगो के बाद मंचिन ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि देश में इस प्रकार की हिंसा अब दुबारा नहीं होगी।

कांग्रेस एशियन पैसिफिक अमेरिकन कॉकस की वाइस चेयरमैन रैप ग्रेस मेंग ने हफपोस्ट को बताया कि अगर नीरा का नामांकन नहीं हुआ तो यह एशियाई अमेरिकी समुदाय के लिए एक झटके से कम नहीं होगा,इसके साथ ही उन्होंने रंग के आधार पर अलग स्तर की जांच का सामना कर रहे नामांकित व्यक्तियों के लिए भी चिंता व्यक्त की।

सोमवार को राष्ट्रीय महिला कानून केंद्र संगठनों से लगभग 30 अधिवक्ताओं ने नीरा की योग्यताओं पर ज़ोर देते हुए एक पत्र पर हस्ताक्षर किए, इसके अलावा थिंक टैंक न्यू अमेरिका के एक वरिष्ठ सहयोगी विकी शबो ने भी नीरा को एक मजबूत, शक्तिशाली और बहादुर महिला कहा।

फिलहाल ऐसा लग रहा है कि व्हाइट हाउस भी नीरा के समर्थन में है। सीबीएस के एक रिपोर्टर द्वारा मंगलवार को बाईडेन से ये पूछने पर कि क्या अब भी उन्हें नीरा पर भरोसा है, तो राष्ट्रपति ने जवाब दिया कि हम आगे बढ़ रहे हैं और हमें आगे सब कुछ अच्छा होने की उम्मीद है।

आपको बता दें कि बाइडन द्वारा नामांकित और भी कई व्यक्ति रंगभेदी सवालों और संभावित जटिलताओं का सामना कर रहे हैं।

वर्जीनिया विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान की प्रोफेसर जेनिफर लॉलेस ने कहा कि यदि सिर्फ नीरा का विरोध किया जा रहा होता

तो मैं ये कहती कि परिस्थितियां उसके अनुकूल नहीं है लेकिन यहां मामला सिर्फ नीरा का नहीं बल्कि दूसरे नामांकित सदस्य भी रंग भेद या लिंगभेद के कारण श्वेत व्यक्तियों की तुलना में ज़्यादा मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
गौरतलब है कि मंचिन द्वारा विवेक पर्थी के नामांकन का भी विरोध किया गया था जो कि राष्ट्रपति बराक ओबामा के सर्जन जनरल रहे थे।

इसके अलाव ज़ेवियर बेसेरा नामक एक लातिनी और आप्रवासी व्यक्ति जो कि स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग चलाने के लिए बाइडन की पसंद हैं,उनकी योग्यता की कमी के कारण उन्हें भी विरोध झेलना पड़ रहे हैं।

ब्लैक सिविक पार्टिसिपेशन राष्ट्रीय गठबंधन की अध्यक्ष और सीईओ मेलानी कैंपबेल का कहना है कि मै चाहती हूं कि बाइडेन अपने उम्मीदवारों के पक्ष में बातचीत करें।

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