ईरान को अमेरिका ने फिर धमकाया, वार्ता विफल हुई तो अन्य विकल्प खुले अमेरिका ने एक बार फिर हठधर्मिता दिखाते हुए ईरान को सीधे-सीधे धमकी दी है।
ईरान को चेतावनी देते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा है कि अगर ईरान के साथ परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने के संबंध में हो रही वार्ता विफल रहती है तो वाशिंगटन अन्य विकल्पों पर विचार करेगा क्योंकि हमारे पास समय बहुत कम है।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बुधवार को इस्राईल और संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्षों के साथ मुलाकात में यह बातें कहीं।
यूएई और इस्राईल के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाने के लिए कुटनीतिक वार्ता सबसे प्रभावी तरीका है लेकिन अगर ईरान ने अपना रास्ता नहीं बदला तो हम दूसरे विकल्पों की ओर बढ़ने के लिए भी तैयार हैं।
याद रहे कि विश्व शक्तियों एवं ईरान के बीच हुए परमाणु समझौते से अमेरिका एकपक्षीय रूप से निकल गया था। परमाणु समझौते में अमेरिका की वापसी के लिए ईरान एवं परमाणु समझौते में शामिल अन्य देशों के बीच वियना में शुरू हुई थी जो अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। छह दौर की लंबी बातचीत के बाद भी समझौते में शामिल पक्षों के बीच सहमति नहीं बन पाई है।
इस्राईल के विदेश मंत्री ने कहा है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम हमारे लिए लिए गंभीर चिंता का विषय है। ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए इस्राईल किसी भी हद तक जा सकता है और हम किसी भी समय कार्यवाही करने का अधिकार रखते हैं।
अमेरिका ट्रंप के नेतृत्व में 2018 में एकपक्षीय रूप से समझौते से निकल गया था और ईरान पर अमानवीय प्रतिबंध ठोक दिए थे जिसके बाद ईरान ने भी 2019 में समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं के कुछ हिस्सों को धीरे-धीरे लागू करना बंद कर दिया था। मंगलवार को ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा है कि परमाणु समझौते को फिर से लागू करने के लिए ईरान की कार्यवाही समझौते में शामिल अन्य पक्षों के अनुरूप होगी।