ह्यूमन राइट्स वॉच समेत 42 अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं ने यमन युद्ध के साथ साथ सऊदी अरब के आलोचक पत्रकार जमाल खाशुक़जी को दरिंदगी के साथ मौत के घाट उतारने के अपराध में सऊदी अरब के युवराज को सज़ा दिए जाने की मांग की है।
ह्यूमन राइट्स वाच और अन्य 42 संस्थाओं ने कहा है कि मोहम्मद बिन सलमान को इन अपराधों के साथ साथ अन्य अन्य मानवता विरोधी अपराधों, मानवाधिकारों के हनन के लिए सज़ा मिलनी चाहिए।
इन संस्थाओं की ओर से जारी किये गए बयान में कहा गया है कि सऊदी अधिकारी अब भी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के साथ भारी अन्याय कर रहे है और अपने राजनैतिक विरोधियों को बर्बरता से कुचल रहे हैं। उनके खिलाफ न्यायिक कार्यवाही में भेदभाव हो रहा है।
बयान में ज़ोर देते हुए कहा गया है कि सऊदी राजनैतिक विरोधियों और कार्यकर्ताओं पर किये जाने वाले टॉर्चर की बातें दुनिया के सामने हैं। सऊदी युवराज को यमन में किये गए युद्ध अपराधों के लिए दण्डित किया जाना ज़रूरी है।
इस बयान के अनुसार बिन सलमान सऊदी युवराज और युद्ध मंत्री होने की हैसियत से आले सऊद शासन की बागडोर संभाले हुए है। सऊदी अरब का आर्थिक एवं सैन्य तंत्र उसी के हाथ में है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को उसके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।