तालिबान की दरिंदगी, सरकारी कर्मचारियों को मौत के घाट उतारा अफगानिस्तान एक बार फिर आग और खून में डूबा हुआ है।
तालिबान ने एक बार फिर दरिंदगी की सभी हदें पार करते हुए स्पिन बोल्डक में रहने वाले पूर्व एवं वर्तमान सरकारी कर्मचारियों को मौत के घाट उतार दिया है।
तालिबान आतंकियों और अफगान सुरक्षा बलों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में संघर्ष जारी है। अफगानिस्तान के पहले बड़े शहर को तालिबान आतंकियों के अधीन जाने से रोकने के लिए अफगान सुरक्षा बल कड़ा संघर्ष कर रहे हैं। कंधार में तालिबान आतंकी आम लोगों को अपने बर्बरता का निशाना बना रहे हैं। पाकिस्तान की सीमा पर स्थित स्पिन बोल्डक शहर पर तालिबान ने नियंत्रण कर लिया है।
अमेरिका और ब्रिटेन ने तालिबान आतंकियों पर आम नागरिकों की हत्या करने के आरोप लगाए हैं। ब्रिटिश एवं अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट करते हुए कहा है कि स्पिन बोल्डक में तालिबान ने बदला लेने के लिए दर्जनों लोगों का कत्लेआम किया है और यह हत्या युद्ध अपराध बन सकती हैं।
अगर तालिबान अपने लड़ाकों को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं तो बाद में शासन चलाने का आप का कोई अधिकार नहीं होना चाहिए। दोहा में तालिबान वार्ता समिति के सदस्य सोहेल शाहीन ने समाचार एजेंसी रायटर्स से बात करते हुए कहा है कि आम नागरिकों की हत्या का आरोप लगाने वाले ट्वीट निराधार हैं।
याद रहे कि अफगानिस्तान के स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग ने भी स्पिन बोल्डक में तालिबान की ओर से बदला लेने के लिए हत्या किए जाने की बात कही है। मानव अधिकार आयोग की रिपोर्ट के अनुसार इस जिले पर अधिकार जमाने के बाद तालिबान ने कई पूर्व एवं वर्तमान सरकारी अधिकारियों का पीछा किया, उन्हें पहचाना गया और फिर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया।
आयोग की रिपोर्ट के अनुसार कम से कम 40 लोगों को तालिबान आतंकियों ने मार डाला है। अफगानिस्तान के लश्कर गाह , कंधार और हेरात में अफगान सुरक्षा बलों और तालिबान के बीच भयंकर संघर्ष हो रहा है। हजारों लोग विस्थापित हुए हैं। अफगानिस्तान में मई के बाद से ही संघर्ष तेज हो गया है । फगानिस्तान से विदेशी सेना के निकलते ही तालिबान ने देश भर में हिंसा का बाजार गर्म कर रखा है।