चीन की धमकी के बाद ताइवान ने किया सैन्य अभ्यास
ताइवान की सेना ने गुरुवार को एक लाइव-फायर ड्रिल सैन्य अभ्यास आयोजित किया वहीं बीजिंग ने ताइवान के आसपास अपने सबसे बड़े सैन्य अभ्यास को समाप्त कर दिया है और स्व-शासित लोकतंत्र को अपने नियंत्रण में लाने के लिए बार-बार धमकी दे रहा है।
बीजिंग ने पिछले हफ्ते अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी द्वारा ताइवान की यात्रा पर हंगामा मचा रखा है। नैन्सी पेलोसी दशकों में ताइवान की यात्रा करने वाली सर्वोच्च रैंकिंग वाली निर्वाचित अमेरिकी अधिकारी थी। चीन ने ताइवान के चारों ओर हवाई और समुद्री अभ्यास को बढ़ा दिया था जिस के चलते वर्षों में चीन और ताइवान के बीच तनाव अपने उच्चतम स्तर पर पहुँचता नज़र आ रहा है।
ताइवान ने चीन पर पेलोसी यात्रा का उपयोग अभ्यास शुरू करने के बहाने के रूप में करने का आरोप लगाया है जो उसे आक्रमण के लिए पूर्वाभ्यास करने की अनुमति देगा। ताइवान की आठवीं सेना कोर के प्रवक्ता लू वोई-जे ने एएफपी को बताया कि उसके बलों ने गुरुवार सुबह रक्षात्मक अभ्यास के हिस्से के रूप में हॉवित्जर दागे और फ्लेयर्स को निशाना बनाया।
ताइवान ने स्वशासी लोकतंत्र के बारे में चीन के दावों को ख्याली पुलाव करार देते हुए खुद भी सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक दैनिक ब्रीफिंग में कहा कि स्वतंत्रता के लिए बाहरी ताकतों के साथ मिलीभगत और उकसावे में आने से ताइवान केवल अपनी तबाही को न्यौता देगा और उसे शह देने वालों का भी जल्द खात्मा हो जाएग।
ताइवान ने कहा है कि चीन ने पेलोसी की यात्रा को ताइपे के साथ दुश्मनी बढ़ाने, ताइवान जलडमरूमध्य में प्रक्षेपास्त्र दागने के तौर पर इस्तेमाल किया है। ताइवान के अनुसार चीन ने जलडमरूमध्य के मध्य तक अपने लड़ाकू विमान और जहाज भेजे हैं जबकि 1949 के गृहयुद्ध के दौरान बंटवारे के बाद से यह बफर क्षेत्र रहा है।
ताइवान नियमित रूप से चीनी आक्रमण के खिलाफ रक्षा का अनुकरण करते हुए सैन्य अभ्यास करता रहा है और पिछले महीने अपने सबसे बड़े वार्षिक अभ्यास के हिस्से के रूप में एक संयुक्त अवरोधन ऑपरेशन में समुद्र से हमलों को रोकने का अभ्यास भी किया था।