पाकिस्तान भी लता के शोक में डूबा सूचना मंत्री बोले- जादू हमेशा बना रहेगा
1942 में एक गायिका के रूप में अपने सफर की शुरुआत करने वाली है लता मंगेशकर ने ब्रिज कैंडी अस्पताल के आईसीयू में अपनी अंतिम सांस ली।
पाकिस्तान में भी भारत की इस महान गायिका को लेकर शोक की लहर फैली हुई है। उनके नाम प्रशंसकों से लेकर वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने दशकों तक संगीत की दुनिया पर राज किया है और उनकी आवाज का जादू हमेशा बरकरार रहेगा। लता मंगेशकर की बहन उषा मंगेशकर और उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि 92 वर्षीया गायिका के शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिस कारण रविवार सुबह 8:12 पर उनका देहांत हो गया है।
उर्दू भाषा में ट्विटर पर लता मंगेशकर के देहांत पर शोक संदेश देते हुए इमरान खान के साथ चीन के दौरे पर गए फवाद चौधरी ने कहा कि लता मंगेशकर के निधन से संगीत के एक युग का अंत हो गया है। उन्होंने दर्शकों तक संगीत की दुनिया पर राज किया और उनकी आवाज़ का जादू हमेशा बरकरार रहेगा।
फवाद चौधरी ने कहा कि जहां जहां भी उर्दू बोली और समझी जाती है वहाँ वहाँ लता मंगेशकर को अलविदा कहने वालों का एक हुजूम है। बता दें कि लता मंगेशकर के देहांत की खबर ट्विटर पर ट्रेंड कर रही है और लगभग सभी टीवी चैनलों पर उनके सदाबहार गीत उनके निधन की खबर के साथ प्रसारित किए जा रहे हैं।
लता मंगेशकर सभी सीमाओं और सरहदों से परे पाकिस्तान में भी समान रूप से लोकप्रिय थी। पाकिस्तान के सरकारी टीवी पर भी उनके निधन की खबर प्रसारित की जा रही है।
भारत सरकार ने भी भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर दो दिवस (दिनांक 06 फरवरी 2022 से दिनांक 07 फरवरी 2022 तक) का राजकीय शोक घोषित किया है। लता जी ने अपनी आवाज से न सिर्फ देश बल्कि दुनियाभर में अपनी पहचान बनाई थी। 29 सितंबर, 1929 को जन्मी लता जी ने अपने जीवन में लगभग छत्तीस भारतीय भाषाओं में गाया और एक हजार से अधिक हिंदी फिल्मों के लिए गाने रिकॉर्ड किए।
लता जी का निधन कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है, संगीत जगत में उनके योगदान के लिए, उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। लता जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था।