पाकिस्तान में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच विदेशी फंडिंग को लेकर जारी आरोप प्रत्यारोप के बीच अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत रही आबिदा हुसैन के खुलासे ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है।
आबिदा हुसैन ने खुलासा करते हुए कहा कि आतंकी संगठन अल कायदा का मुखिया ओसामा बिन लादेन पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का समर्थन करता था। इतना ही नहीं ओसामा बिन लादेन की तरफ से नवाज शरीफ को वित्तीय सहायता भी दी गई थी।
अमेरिका में पाकिस्तान की राजदूत रही आबिदा हुसैन के एक बयान का जिक्र करते हुए ‘द ट्रिब्यून’ ने अपनी खबर में बताया है कि एक वक्त लादेन ने नवाज शरीफ का समर्थन किया था और वह नवाज शरीफ को वित्तीय सहायता भी पहुंचाता था। याद रहे कि आबिदा हुसैन पाकिस्तान की पूर्व राजदूत के साथ-साथ नवाज शरीफ की कैबिनेट में भी रह चुकी थीं।
आबिदा हुसैन ने कहा कि एक समय ऐसा था जब लादेन को अमेरिकी पसंद थे, लेकिन धीरे-धीरे वो उनके लिए अजनबी होता चला गया, इसके पीछे एक लंबी कहानी है।
इमरान की पार्टी ने भी लगाया विदेशी फंडिंग का आरोप
पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ { PTI } की नेशनल असेंबली के सदस्य फारुख हबीब ने नवाज शरीफ पर देश में विदेशी फंडिंग की नींव रखने का आरोप लगाया था। इसके एक दिन बाद पाकिस्तान की पूर्व राजदूत का यह बयान सामने आया है। फारुख हबीब ने दावा किया था कि बेनजीर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने और भुट्टो सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए नवाज शरीफ ने ओसामा बिन लादेन से 10 मिलियन अमरीकी डालर लिए थे।
ओसामा से कश्मीर में आतंकवाद बढ़ाने के लिए लिये थे पैसे
तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ पर पहले भी ऐसे आरोप लगते रहे हैं। उन पर कश्मीर में जिहाद को बढ़ावा देने और उसके लिए फंड मुहैया कराने के लिए मारे गए आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से पैसे लेने का आरोप कई बार लग चुका है। बता दें कि शरीफ ने 1990-93, 1997-98 और 2013-17 के बीच तीन बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया है।