आफ़िया सिद्दीक़ी , वह डॉ जिसे अमेरिका ने सुनाई है 86 साल की सज़ा अमेरिका के मैसाच्युसेट्सइंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से पीएचडी की पढ़ाई करने वाली तीन बच्चों की मां
आफ़िया सिद्दीक़ी मार्च 2003 में जब अपने तीन बच्चों के साथ फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट पर गईं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पाक मीडिया की मानें तो उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड है न किसी तरह का कोई आरोप ! दुनियाभर के 16 से अधिक मुसलमान देशों में हैशटैग #free_sister_aafia ट्रेंड कर रहा है।
आफिया सिद्दीकी की बहन फौजिया सिद्दीकी ने ट्रेंड कराया ट्विटर पर पिछले दिनों डॉक्टर आफिया सिद्दीकी के समर्थन में इस हैशटैग को जमकर ट्रेंड कराया।
अफगानिस्तान में अमेरिका की ओर से खोली गई बगराम जेल कैदियों को प्रताड़ित करने के लिए कुख्यात है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के साथ ही तालिबान ने इस जेल में बंद तमाम कैदियों को रिहा कर दिया था।
पाकिस्तान सरकार की ओर से अमेरिकी ऑथोरिटीज के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई गई है। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि फोर्ट वोर्थ स्थित फेडरल मेडिकल सेंटर कार्सवेल जेल में डॉक्टर सिद्दीक़ी पर अन्य कैदियों ने हमला किया है।
डॉक्टर आफिया सिद्दीकी ने गत सप्ताह ही अपने वकील को बताया था कि जुलाई को उन पर जेल में हमला हुआ था। साल 2003 में डॉक्टर को उनके 3 बच्चों समेत अगवा कर लिया गया था। अमेरिकी सेना ने उन्हें टॉर्चर किया। उनका रेप किया और फिर अफगानिस्तान के बगराम जेल में डाल दिया गया ।
डॉक्टर आफ़िया सिद्दीक़ी के अनुसार उन पर जेल में एक महिला ने कॉफी मग से हमला किया और उन के चेहरे पर गर्म कॉफी उंडेल दी। हमले के बाद उन्हें व्हील चेयर पर एक अकेली सेल में डाल दिया गया था। सिद्दीक़ी के वकील के अनुसार वह जेल में मिलने के लिए गयी तो आफ़िया के चेहरे पर कट और अन्य घाव के निशान थे।
आफिया सिद्दीकी ने इस हमले के बारे में जेल ऑफीसर को बताया लेकिन ऑफिसर की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया। TRT वर्ल्ड को इंटरव्यू देते हुए डॉक्टर आफ़िया सिद्दीक़ी ने बताया था कि उन्हें उनके 3 बच्चों समेत अमेरिकी सेना ने किडनैप किया और बगराम एयरबेस ले जाया गया। उन पर आरोप लगाया गया था कि वह अलकायदा की सदस्या हैं।
यह भी कहा जाता है कि 2003 में पाकिस्तान सरकार ने अलकायदा सदस्यों पर अमेरिका की ओर से घोषित इनाम की रकम हासिल करने के लिए आफ़िया सिद्दीक़ी को अमेरिकी अथॉरिटी को सौंप दिया था। आफ़िया की बहन फौज़िया सिद्दीक़ी के अनुसार अमेरिकी सेना ने उनका रेप किया और उन्हें तब तक टॉर्चर किया जाता जब तक उन्होंने अपने कुबूलनामे पर हस्ताक्षर नहीं कर दिए।
उन्हें ड्रग्स दी जाती थी। राइफल से मारा जाता था और नंगा होकर पवित्र पुस्तक कुरान पर चलने के लिए कहा जाता था। फौज़िया के अनुसार आफिया सिद्दीकी पर अत्याचार होता था तो उनके बच्चों को वहीँ बैठने पर मजबूर किया जाता था।
ब्रिटिश जनरलिस्ट यावोने रिडले ने 2008 में पहली बार पाकिस्तान मीडिया के सामने बगराम जेल में बंद एक महिला का उल्लेख किया था। 2008 में आफ़िया पर अमेरिकी सैनिकों की हत्या की कोशिश का आरोप भी लगाया गया था। 2010 में उन्हें बगराम से अमेरिका भेज दिया गया था।
19 जनवरी 2010 में उनके खिलाफ ट्रायल शुरू हुआ और दो हफ्तों तक जारी ट्रायल के बाद उन्हें अमेरिकी फेडरल कोर्ट ने 86 साल की सजा सुनाई। कहा जा रहा है कि उनके खिलाफ आरोप साबित करने के लिए कोई भी फोरेंसिक सबूत पेश नहीं किया गया। पाकिस्तान की सत्ता में इमरान खान की ताजपोशी के साथ ही डॉक्टर सिद्दीक़ी को रिहा करने की मांग में तेजी आई है।