अमेरिका के प्रति अपनी नीति पर पुनर्विचार करेगा अफ़ग़ानिस्तान : तालिबान
अफ़ग़ानिस्तान सेंट्रल बैंक के 7 अरब डॉलर स अधिक की रक़म के आधे से अधिक भाग को अमेरिका ने 9/11 पीड़ितों के नाम पर अपने पास रखने का ऐलान किया है जिसके बाद से अमेरिका को हर और आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
अमेरिका के प्रति अफ़ग़ानिस्तान की नीतियों में बदलाव लाने की वकालत करते हुए तालिबान ने कहा कि सरकार को इस दिशा में काम करना होगा।
स्पुतनिक के हवाले से जानकारी देते हुए मेहर समाचार एजेंसी ने कहा है कि तालिबान ने सरकार को अफ़ग़ानिस्तान को संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रति अपनी नीति पर पुनर्विचार करने को कहा है। तालिबान ने ज़ोर देते हुए कहा कि अगर वाशिंग्टन ने अफ़ग़ानी जनता की 7 बिलियन डॉलर की राशि में से आधी 11 सितंबर 2001 में अमेरिका में हुए हमले में मारे जाने वाले लोगों के लिए ज़ब्त करने के निर्णय को नहीं बदला तो अफ़ग़ानिस्तान संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रति अपनी नीति पर पुनर्विचार करेगा।
तालिबान के एक प्रवक्ता ने ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक आधिकारिक बयान में कहा कि 9/11 के हमलों का अफ़ग़ानिस्तान से कोई लेना देना नहीं था। प्रवक्ता ने कहा कि अगर संयुक्त राज्य अमेरिका अपना रवैया और नीतियों को नहीं बदलता और अपनी उत्तेजक कार्यवाही को इसी तरह आगे जारी रखता है तो अफ़ग़ानिस्तान को अमेरिका के प्रति अपनी नीतियों पर फिर से विचार विमर्श करने के लिए मजबूर किया जाएगा।
जानकार सूत्रों ने बताया कि अमेरिकी सरकार का इरादा अफ़ग़ानिस्तान की जनता की मदद के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ़ अफ़ग़ानिस्तान की जमा राशि 7 बिलियन डॉलर में से आधा जारी करने का है, जबकि बाक़ी रक़म अमेरिका ही में रहेगी और उस पैसे से आतंकवाद का शिकार हुए लोगों के परिवार की मदद की जाएगी।