राष्ट्रपति चुनाव में व्लादिमीर पुतिन ने अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को रूस के चुनाव में वोटों के भारी अंतर से जीत मिली है। जिसके बाद 71 साल के पुतिन ने अगले 6 सालों के लिए अपने कार्यकाल को सुरक्षित कर लिया है। इसके साथ ही अब वह पांचवी बार रूस के राष्ट्रपति बन गए हैं। हालांकि, उनके हजारों विरोधियों ने मतदान केंद्रों पर विरोध प्रदर्शन किया। इधर, अमेरिका ने कहा है कि ये चुनाव ना तो स्वतंत्र थे और ना ही निष्पक्ष।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुतिन को 87.8 प्रतिशत वोट मिले हैं। सोवियत संघ के पतन के बाद रूस के राष्ट्रपति चुनाव में ये सबसे बड़ी जीत है। पुतिन 200 सालों में रूस की सत्ता पर सबसे अधिक समय तक रहने वाले नेता बन जाएंगे।पिछले 15 से 17 मार्च को रूस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुआ था। इसमें पुतिन को रिकॉर्ड 88 प्रतिशत वोट मिले थे।
चुनाव में उनके विरोधी निकोले खारितोनोव को महज 4 प्रतिशत वोट मिले हैं। पुतिन पहली बार 2000 में रूस के राष्ट्रपति बने थे। चुनाव परिणाम आने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम और कई अन्य देशों ने कहा है कि रूस में हुए चुनाव ना तो स्वतंत्र थे और ना ही निष्पक्ष।
राजनीतिक विरोधियों को कैद किया गया था और सेंसरशिप लगाई गई थी। वॉइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा, “स्पष्ट रूप से चुनाव स्वतंत्र या निष्पक्ष नहीं हैं। क्योंकि पुतिन ने राजनीतिक विरोधियों को जेल में डाल दिया है और दूसरों को उनके खिलाफ लड़ने से रोका गया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन हमेशा के लिए रूस पर शासन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ये चुनाव वैध नहीं हैं। जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। इधर, जीत के बाद पुतिन ने अपने समर्थकों से कहा कि वो यूक्रेन में रूस के ‘स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन’ से जुड़े कामों को प्राथमिकता देंगे और रूसी सेना को मजबूत करेंगे।