लखीमपुर खीरी केस में पीड़ित परिवारों को पैसे नहीं बल्कि न्याय चाहिए: प्रियंका गाँधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाराणसी दौरे पर किसान न्याय रैली को संबोधित करते हुए यूपी की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस नेता प्रियंका ने अपने संबोधन में कहा कि लखीमपुर खीरी केस में पीड़ित परिवारों को पैसे नहीं बल्कि न्याय चाहिए.
प्रियंका गाँधी ने कहा कि यूपी का हाल ऐसा है कि यहाँ पर पीड़ित किसान परिवारों को इंसाफ की कोई उम्मीद नहीं है. कांग्रेस महासचिव ने यूपी सरकार पर कर करारा प्रहार करते हुए कहा कि योगी सरकार ने कोरोना काल के दौरान जरूरतमंदों पर ही कार्रवाई की.
कांग्रेस नेता प्रियंका गाँधी ने हाथरस कांड पर बोलते हुए कहा कि आप सभी देख लीजिये अभी तक हाथरस केस में भी यूपी सरकार ने न्याय नहीं किया है.
कांग्रेस महासचिव ने प्रियंका गाँधी ने कहा कि किसान के बेटे ही सीमा पर देश की हिफाजत भी कर रहे हैं. देश को आजादी भी न्याय के सिद्धांत के आधार पर ही मिली है. तमाम कृषि उपकरणों पर जीएसटी लगाने से भी किसान परेशान हुए हैं. देश में बेरोजगारी चरम स्तर पर पहुंच गई है.
बता दें कि दौरे की शुरुवात उन्होंने बनारस के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करके की, जहां मंत्रोच्चार के बीच उन्होंने पूजा अर्चना की. वो दुर्गा मंदिर भी गईं.
ग़ौर तलब है कि पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में कांग्रेस की न्याय रैली ऐसे समय हो रही है, जब लखीमपुर खीरी कांड का मुद्दा सुर्खियों में है.
माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी किसान न्याय रैली में किसानों से जुड़े मुद्दे पर यूपी औऱ केंद्र की सरकार को घेरेंगी. साथ ही लखीमपुर खीरी मामले को लेकर भी किसानों से जुड़ी समस्याओं पर अपनी बात रखेंगी.
प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी कांड के बाद सबसे पहले वहां पहुंचने वाली नेता थी लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें लखीमपुर खीरी के पहले ही सीतापुर जिले के हरगांव में गिरफ्तार कर लिया गया था. प्रियंका गांधी वहां करीब दो दिन हिरासत में रही थीं. बाद में प्रियंका औऱ राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लखीमपुर खीरी में पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात की.
प्रियंका गांधी के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और यूपी चुनाव में पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक भूपेश बघेल भी हैं. कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी उनके साथ सुबह 10 बजे नई दिल्ली हवाई अड्डे पर उनके साथ थे, जहां से वो किसान न्याय रैली को संबोधित करने के लिए रवाना हुईं.