मराठा आरक्षण को लेकर भाजपा विधायक प्रशांत बांब के कार्यालय में तोड़-फोड़
मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र में हिंसा तेजी से बढ़ रहा है। जालना जिले में लोगों के समूह ने पंचायत समिति के दफ्तर में आग लगा दी। सोमवार की रात कुछ लोगों ने एक मराठा-एक मराठा के नारे लगाते हुए पंचायत समिति के दफ्तर में घुस गए और तोड़-फोड़ करने लगे। आग लगने की खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंचे और आग को बुझाने में लग गई। आग लगने से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गए।
महाराष्ट्र में जारी मराठा आरक्षण आंदोलन सोमवार को हिंसक हो गया था, इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तीन विधायकों के घर और कार्यालयों में आग लगा दी थी। हिंसा की अधिकतर घटनाएं बीड जिले में हुई। हिंसा के बाद प्रशासन ने बीड में कर्फ्यू लगा दी है। मराठा आरक्षण को लेकर प्रदर्शन के दौरान महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में भाजपा विधायक प्रशांत बांब के कार्यालय में तोड़-फोड़ की गई। पुलिस ने इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि भाजपा विधायक के कार्यालय के अंदर खिड़की के शीशे और फर्नीचर को क्षतिग्रस्त कर दिया। सात ज्ञात और 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 452, 427, 120 बी, 143 और 144 के तहत मामला दर्ज किया गया है। सोमवार की रात मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा बढ़ने के बाद बड़ी भीड़ को रोकने के लिए बीड के कई इलाकों में पुलिस की टीम तैनात की गई है।
बीड के एसपी नंद कुमार ठाकुर ने कहा, ‘अबतक 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और बीती रात में हुई हिंसा के बाद बाद से किसी तरह का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस की टीम अलग-अलग इलाकों में पेट्रोलिंग कर रही है। जिले में फिलहाल धारा 144 लगाया गया है।’
वहीं एक अन्य घटना में मराठा समुदाय के कुछ युवाओं ने सोमवार की दोपहर को बदनापुर तेहसील के शेलगांव में रेलवे गेट पर ट्रेनों को रोकने की कोशिश की। इस दौरान प्रदर्शनकर्ता पटरियों पर बैठ गए। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल और अन्य रेलवे अधिकारी प्रदर्शनकर्ताओं से बातचीत करने पहुंचे। इस बातचीत के बाद प्रदर्शनकर्ता वहां से चले गए। मराठा आरक्षण को लेकर कार्यकर्ता मनोज जरांगे का अनशन जारी है। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनकर्ताओं से हिंसा से दूरी बनाए रखने का आग्रह किया।