उत्तर प्रदेश में बुख़ार से बच्चों की होने वाली मौतों के चलते सरकार पर प्रियंका गांधी का फूटा ग़ुस्सा
Covid-19 महामारी की जहां तीसरी लहर के बारे में पूरा देश चिंता में था कि वायरल बुख़ार से होने वाली बच्चों की मौतों ने चिंता और बढ़ा दी है।
जब एकसाथ इतनी मौतें होंगी, सैकड़ों घरों में मातम पसरेगा तो सवाल स्वास्थ्य सेवाओं पर उठेंगे ही, पूरा देश जानता है कि अभी Covid-19 महामारी में अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल था, किस तरह लोग एक ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मिन्नतें कर रहे थे, किस तरह वेंटिलेटर बेड के लिए गिड़गिड़ा रहे थे, किस तरह मरीज़ों की भर्ती के लिए इधर उधर भटक रहे थे, किस तरह दवाओं की कालाबाजारी पर आंसू बहा रहे थे।
लेकिन सरकार ने क्या किया? आप ख़ुद देख लीजिए तीसरी लहर आने को है, लेकिन सरकार अपने चुनाव की तैयारी में लगी है, न अस्पतालों के बाहर उठने वाली चीख़ पुकार से सीख ली, न क़ब्रिस्तान और श्मशान के बाहर लगी लाइनों से सीख ली, न गंगा में तैरती हज़ारों लाशें देख कर सीख ली और न गंगा किनारे रेत में दफ़्न होने वाली सैकड़ों लाशों से सीख ली, मतलब कोई पहले से बंदोबस्त नहीं, सब कुछ यूं ही छोड़ रखा है।
अगर जनता का दर्द होता, देशवासियों की फ़िक्र होती, दिल में देश और देशवासियों की मोहब्बत होती तो इतनी भयावह स्थिति से सीख लेते हुए अब तक अस्पतालों की स्थिति और स्वास्थ्य सिस्टम कुछ बेहतर किया होता।
और इस समय जहां एक ओर Covid-19 की तीसरी लहर का क़हर सिर पर मंडरा रहा है तो वहीं बच्चों में वायरल बुख़ार का फैलना चिंता का विषय बन गया है, अचानक से एकसाथ कई ज़िलों में सैकड़ों की तादाद में मौतें होना एक बार फिर स्वास्थ्य सिस्टम को कटघरे में खड़ा करता है।
अफ़सोस वाली बात तो यह है कि इतनी ख़राब स्तिथि के बाद प्रचार नंबर 1 का हो रहा है।
इसी बात को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में फिरोज़ाबाद, मथुरा, आगरा और अन्य कई जगहों पर बुख़ार से बच्चों समेत 100 लोगों की मौत हो जाने की ख़बर बहुत चिंताजनक है, उत्तर प्रदेश ने अभी भी स्वास्थ्य व्यवस्था मज़बूत करने के लिए कोई ठोस क़दम नहीं उठाए हैं।
ट्वीट के अंत में प्रियंका गांधी ने कहा कि अस्पतालों का हाल देखिए, यह है आपके इलाज की “नंबर 1” सुविधा?
उप्र में फिरोजाबाद, मथुरा, आगरा व अन्य कई जगहों पर बुखार से बच्चों समेत 100 लोगों की मौत हो जाने की खबर बहुत ही चिंताजनक है।
उप्र सरकार ने अभी भी स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
अस्पतालों का हाल देखिए। ये है आपकी इलाज की "नंबर 1" सुविधा? pic.twitter.com/IdjkxLbpox
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 2, 2021