नीतीश कुमार ख़ुद बन सकते हैं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष
बिहार की सत्ता पर 18 सालों से राज कर रही जनता दल युनाटेड (JDU) में जल्द ही बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा सांस राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह से नाराज बताए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक 29 दिसंबर को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान नीतीश कुमार ललन सिंह को जेडीयू अध्यक्ष के पद से हटा कर खुद पार्टी की कमान संभाल सकते हैं।
यह फैसला 29 दिसंबर को दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान लिए जाने की संभावना है। बैठक हंगामेदार होने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी के मद्देनजर यह बैठक बुलाई गई है। हालांकि ललन सिंह समय-समय पर नीतीश कुमार की तारीफ करते रहे हैं लेकिन आखिर ऐसा क्या हो गया कि नीतीश अब उन्हें हटाने के बारे में सोच रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि नीतीश कुमार खुद पार्टी प्रमुख का पद संभाल सकते हैं। मुख्यमंत्री के करीबी वरिष्ठ नेताओं ने भी उन्हें यही सुझाव दिया है। हालांकि यह भी संभावना है कि नीतीश कुमार पार्टी में एक और प्रमुख नियुक्त कर सकते हैं। हालाँकि, इस फैसले से पार्टी के भीतर दरार पैदा हो सकती है।
ललन सिंह को अगर जेडीयू प्रमुख के पद से हटा दिया जाता है तो वह जॉर्ज फर्नांडिस, शरद यादव, आरसीपी सिंह, उपेंद्र कुशवाहा और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की लीग में शामिल हो जाएंगे। इन नेताओं को पहले नीतीश कुमार के बेहद करीबी होने के बावजूद पद से हटा दिया गया था।
जेडीयू के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि नीतीश, रामनाथ ठाकुर को भी जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना सकते हैं। जेडीयू नेताओं का कहना है कि “पार्टी राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद देकर आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग (ईबीसी) की आवाज को और बढ़ा सकती है। वह समाजवादी प्रतीक और पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं। पार्टी 2024 में कर्पूरी ठाकुर का शताब्दी वर्ष भी मना रही है। लेकिन अंतिम निर्णय नीतीश कुमार को लेना है, जिन पर पार्टी में कलह से बचने के लिए पद अपने पास रखने का दबाव होगा।’