नेतन्याहू ईरानी हमले को रोकने में विफल: पूर्व इज़रायली पीएम
नई दिल्ली: ग़ाज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनियों के खुल्लमखुल्ला नरसंहार के बाद नेतन्याहू ने जो ग़लती उसका पछतावा उन्हें हमेशा रहेगा। दो सप्ताह पहले सीरिया में ईरानी दूतावास पर हमला इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सबसे बड़ी भूल साबित होने जा रही है। इज़रायल पर हमला कर दुनिया को हैरान करने वाले ईरान ने एक बार फिर से इज़रायल को चेतावनी दी है और कहा है कि अगर बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार जवाबी कार्रवाई करती है तो ईरान ऐसा हथियार तैनात करेगा, जिसका इस्तेमाल पहले कभी नहीं हुआ।
बता दें कि ईरान ने 13 अप्रैल को पर हमले के दौरान सैंकड़ों ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल दागीं। दोनों देशों के बीच दशकों से जारी दुश्मनी के बीच ईरान ने पहली बार इज़रायल पर सीधे तौर पर सैन्य हमला किया। ईरान के इज़रायल पर हमले के बाद पीएम बेंजामिन नेतन्याहू विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। इज़रायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की नीतियों और हाल के समय में लिए गए फैसलों के लिए विपक्षी नेता और पूर्व पीएम यायर लैपिड ने उनको घेरा है।
यायर लैपिड ने कहा कि जिस तरह से देश पर ईरान ने हमला किया, वो अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार ने इज़रायल की खुद का बचाव करने की क्षमता को पूरी तरह से नुकसान पहुंचाया है। लैपिड की टिप्पणी ईरान के इज़रायल पर 300 से अधिक मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च करने के दो दिन बाद आई है। यायर लैपिड ने सीधे तौर पर नेतन्याहू को घेरते हुए कहा कि वेस्ट बैंक और देश की स्थिति को देखते हुए ये जरूरी है कि ये मौजूदा सरकार को हटाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर हम इस सरकार को नहीं हटाते हैं, तो यह हमारे लिए विनाश लाएगी। ऐसे में जल्दी से जल्दी देश में चुनाव हों और नेतन्याहू को सत्ता से हटाया जाए।
ईरान के हमले के बाद घर में घिरे बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध कैबिनेट की बैठक की है। इसमें ईरानी हमले पर इज़रायल की प्रतिक्रिया पर विचार किया गया। इज़रायल ने ईरान को जवाब देने का अपने अधिकार सुरक्षित होने की बात कही है। ईरान और लेबवान की ओर से हमलों के साथ-साथ वेस्ट बैंक की स्थिति भी नेतन्याहू सरकार की चिंता बढ़ा रही है। वेस्ट बैंक में इज़रायल-हमास युद्ध की शुरुआत के बाद से हिंसा बढ़ गई है। इस क्षेत्र में फिलिस्तीनियों के घरों और कारों को आगजनी और हिंसा की बात सामने आई है।
इजरायल-ईरान संघर्ष से जुड़े 10 बड़े अपडेट्स
1. इजरायल ने दावा किया है कि ईरान का मेन टारगेट दक्षिणी इजरायल का एक एयरबेस था, जो कि इजरायल की सेना के सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट F35 लड़ाकू विमानों का अड्डा है.
2. ईरान ने बड़ा दावा किया कि उसने इजरायल पर हमले से 72 घंटे पहले अमेरिका को चेतावनी दी थी, मगर अमेरिका ने इससे इनकार किया है.
3. अमेरिका ने इजरायल को ईरान पर हमला न करने की चेतावनी भी दी और कहा कि अगर वो हमला करता है तो अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा नहीं होगा.
4. अमेरिका ने खुद को इज़राइल के वॉर प्लान से भी अलग कर लिया है. व्हाइट हाउस ने बताया कि इजारयल अकेले ही ईरान पर हमले की तैयारी कर रहा है.
5. अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वो ईरान से कोई जंग नहीं चाहता.
6. इजरायल ने कहा है कि वो अमेरिका को भरोसे में लेकर ही ईरान पर वार करेगा.
7. ईरान के विदेश मंत्री ने चीन के विदेश मंत्री से भी बात की और कहा कि ईरान जंग को आगे नहीं बढ़ाना चाहता.
8. ईरान ने इजरायल को धमकी दी है कि अगर उसने हमला किया तो फिर ईरान भी ऐसा हथियार इस्तेमाल करेगा, जो उसने आज तक नहीं चलाया.
9. इजरायल के प्रधानमंत्री ने इजरायली सेना के प्रमुख से उन टारगेट के विकल्प मांगे हैं, जहां ईरान पर हमला किया जाएगा.
10. इजरायल की वॉर कैबिनेट ने ईरान पर मुंहतोड़ जवाबी हमला करने का फ़ैसला कर लिया है