रूस-अमेरिका वार्ता में ईरान का मुद्दा उठने पर क्रेमलिन की प्रतिक्रिया
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने रूस और अमेरिका के बीच हुई वार्ता में ईरान का मुद्दा उठने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, “जैसा कि मेरे सहयोगी (राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव) पहले ही कह चुके हैं, हम उम्मीद करते हैं कि इस मुद्दे पर अलग से चर्चा होगी। वास्तव में, यही वह प्रस्ताव है जो रखा गया है – कि यह मुद्दा भविष्य में हमारी वार्ताओं और परामर्शों का एक अलग विषय बने।”
क्रेमलिन के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि रियाद में रूस और अमेरिका के बीच उच्च स्तरीय वार्ता के दौरान ईरान के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा नहीं हुई। उन्होंने यह भी दोहराया कि ईरान रूस का मित्र और साझेदार है और उन्होंने आशा जताई कि ईरान और अमेरिका के सभी मुद्दों का समाधान कूटनीतिक माध्यमों से निकाला जाएगा।
पेस्कोव ने कहा, “चूंकि ईरान हमारा सहयोगी और साझेदार है, और रूस उसके साथ व्यापक, परस्पर हितकारी और सम्मानजनक संबंध विकसित कर रहा है, इसलिए मास्को ईरान के परमाणु मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए हरसंभव प्रयास करने के लिए तैयार है। अमेरिका इस बात से अवगत है।”
गौरतलब है कि इस साल फरवरी में डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान पर अधिकतम दबाव बनाने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने उम्मीद जताई थी कि वॉशिंगटन को इस नीति का बार-बार उपयोग करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे पहले, ईरानी अधिकारियों ने कई बार यह स्पष्ट किया है कि वे दबाव और जबरदस्ती के तहत अमेरिका के साथ बातचीत करने के लिए तैयार नहीं हैं।