फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार” के जवाब में हमास का तेल अवीव पर बड़ा मिसाइल हमला
इजरायल और हमास के बीच पिछले 7 महीनों से युद्ध जारी है। रविवार, 26 मई को हमास ने करीब 4 महीने में पहली बार मध्य इज़रायल के तेल अवीव शहर पर बड़ा रॉकेट हमले का दावा किया है। वहीं इज़रायली सेना ने कहा कि दक्षिणी ग़ाज़ा के राफा क्षेत्र से कम से कम आठ रॉकेट दागे गए और उनमें से कई को हवा में ही तबाह कर दिया गया।
हमास से संबद्ध अल-क़स्साम ब्रिगेड ने रविवार को अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा कि उसने “ग़ाज़ा में नागरिकों के खिलाफ ज़ायोनी नरसंहार” के जवाब में तेल अवीव पर “बड़ा मिसाइल” हमला किया है। वहीं अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले से पहले पहले, कस्साम ब्रिगेड ने कहा था कि उसके लड़ाकों ने जबालिया कैंप में इजरायली सैनिकों को “मारा और बंधक बना लिया” है। हालांकि, इजरायली सेना ने इस दावे का खंडन किया है।
दागे गए रॉकेट मध्य इज़रायली शहर रानाना और पेटा टिकवा और बेनी ब्राक शहरों के बीच दो स्थानों पर गिरे। मैगन डेविड एडोम रेस्क्यू सर्विस ने एक बयान में कहा कि दो महिलाओं का इलाज किया गया जो रॉकेट सायरन के दौरान बैरक की ओर जाते समय घायल हो गईं। मैगन डेविड एडोम के अनुसार, क्रमशः 52 और 30 वर्ष की महिलाएं मामूली रूप से घायल हुईं और पूरी तरह से होश में आने पर उन्हें मीर अस्पताल में भेज दिया गया।
बता दें कि, ग़ाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि 7 अक्टूबर से ग़ाज़ा पर इज़रायली हमलों में कम से कम 35,984 फिलिस्तीनी लोग मारे गए हैं, जबकि 80,643 घायल हुए हैं। मंत्रालय ने कहा है कि अक्टूबर से अब तक मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं, वहीं तबाह हो चुके इलाके में मलबे के नीचे हजारों शव अभी भी पड़े होने की आशंका है।
हमास को खत्म करने के लिए इज़रायल ने ग़ाज़ा में जनसंहार शुरू किया था। पूरा ग़ाज़ा तबाह होकर मलबे में बदल गया है। लेकिन इज़रायल हमास को खत्म नहीं कर पाया। हमले ने संकेत दिया कि हवा और जमीन से सात महीने से अधिक के विनाशकारी इज़रायली सैन्य हमले के बावजूद हमास लड़ाके अभी भी लंबी दूरी के रॉकेट दागने में सक्षम हैं।
इज़रायल में प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। इज़रायली लोगों ने शनिवार और रविवार को पूरे देश में सरकार के खिलाफ और बंधकों की रिहाई के समझौते के लिए रैलियां निकालीं। जिनमें तेल अवीव, हाइफ़ा, येरुशलम, बीयर शेवा और कैसरिया में प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास के पास प्रदर्शन शामिल हैं।