कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच जबरदस्त बहस

कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच जबरदस्त बहस

राष्ट्रपति चुनाव: अमेरिका के आगामी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में एक बेहद गर्मागर्म बहस देखने को मिली। यह बहस अमेरिकी राजनीति में बड़ी रुचि का केंद्र बनी हुई है, जहां दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर तीखे आरोप-प्रत्यारोप लगाए।

कमला हैरिस, जो वर्तमान में जो बाइडन के नेतृत्व में उपराष्ट्रपति के पद पर हैं, ने बहस में ट्रंप की नीतियों और उनके कार्यकाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने ट्रंप के शासनकाल के दौरान हुए विवादित फैसलों को लेकर सवाल उठाए, जैसे कि कोविड-19 महामारी के दौरान की गई नीतियाँ और ट्रंप के विदेश नीति के फैसले। हैरिस ने कहा कि ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर हुई थी और उनकी नीतियों से देश के सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचा।

इसके जवाब में डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस और बाइडन प्रशासन पर कड़ा प्रहार किया। ट्रंप ने मौजूदा प्रशासन पर आर्थिक मोर्चे पर विफल होने का आरोप लगाया, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, और अमेरिका की वैश्विक स्थिति में गिरावट शामिल थी। ट्रंप ने दावा किया कि उनके शासनकाल में अमेरिका ने विश्व मंच पर मजबूती से अपनी स्थिति बनाए रखी थी, और उनकी नीतियों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत हुई थी।

दोनों नेताओं ने बहस के दौरान अमेरिकी जनता से अपील की कि वे देश के भविष्य के लिए सही निर्णय लें। ट्रंप ने अपनी “अमेरिका फर्स्ट” नीति का जोर देकर समर्थन किया, जबकि हैरिस ने समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने की बात कही। यह बहस अमेरिका के राजनीतिक परिदृश्य में गहरे प्रभाव छोड़ सकती है, क्योंकि राष्ट्रपति चुनाव नजदीक हैं और जनता का रुझान किसी भी दिशा में जा सकता है।

हैरिस और ट्रंप के बीच बहस की मुख्य बातें
1. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ आरोप लगाते हुए कमला हैरिस ने कहा कि अगर ट्रंप राष्ट्रपति बनते हैं तो पुतिन कीव में बैठकर यूरोप के बाकी हिस्सों पर दावा करेंगे। और इसकी शुरुआत पोलैंड से होगी। हैरिस ने कहा कि ट्रंप, पुतिन का सामना नहीं पाएंगे, जिस डिक्टेटर के साथ वह अपनी फ्रेंडशिप के गप्पे हांकते हैं, वह उन्हें लंच में खा जाएगा।

इससे पहले ट्रंप ने हैरिस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर हैरिस जीतीं तो दो साल के अंदर इजरायल खत्म हो जाएगा। ट्रंप ने कहा कि इजरायल, अमेरिका का महत्वपूर्ण सहयोगी है। लेकिन हैरिस इजरायल से नफरत करती हैं। अगर वह राष्ट्रपति बनती है तो दो साल के अंदर इजरायल खत्म हो जाएगा। इसके जवाब में हैरिस ने कहा कि वह इजरायल से नफरत नहीं करती हैं और अपने पूरे जीवन में इजरायल के हित के लिए प्रतिबद्ध रही हैं।

2. वहीं प्रवासियों के मुद्दों पर कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच तीखी बहस देखने को मिली। ट्रंप ने बाइडन सरकार की इमिग्रेशन पॉलिसी की नीति की आलोचना करते हुए कहा कि बाहर से आए लोग स्थानीय लोगों के पालतू जानवरों को खा रहे हैं, खासतौर पर बिल्लियों को। ट्रंप ने कहा कि ओहायो के स्प्रिंगफील्ड में इन प्रवासियों को कुत्ते खाते हुए लोगों ने देखा है। ये लोग स्थानीय लोगों की बिल्लियों को खा रहे हैं। ये सब हमारे देश में हो रहा है। हालांकि स्प्रिंगफील्ड के सिटी मैनेजर ने इन आरोपों को खारिज कर किया है और कहा है कि ट्रंप के दावों में कोई सच्चाई नहीं है।

3. वहीं 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल में हुई हिंसा के मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप ने अपने व्यवहार का बचाव किया और कहा कि उन्होंने अपने समर्थकों को शांतिपूर्ण तरीके से मार्च निकालने को कहा था। हालांकि हिंसा करने वाले समर्थकों की उन्होंने पहचान की और कहा कि अमेरिकी जस्टिस सिस्टम ने उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया। ट्रंप ने अपने ऊपर हुए हमले के लिए ड्रेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि मेरी हत्या की कोशिश हुई। वे मुझे लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हैं, जबकि सच्चाई ये है कि वे लोग लोकतंत्र के लिए खतरा हैं।

4. वहीं गर्भपात के मुद्दे पर ट्रंप को घेरते हुए कमला हैरिस ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति की गर्भपात नीति अमेरिकी महिलाओं का अपमान है। हैरिस ने उपस्थित जनसमूह से कहा कि आप इस मुद्दे पर बहुत ज्यादा झूठ सुनने वाले हैं। इसके साथ ही हैरिस ने ट्रंप पर सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति में मनमानी करने का आरोप लगाया। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह पूरे अमेरिका में गर्भपात को बैन करने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे।

5. ट्रंप और हैरिस के बीच बहस के दौरान दोनों नेताओं से काबुल से अमेरिकी सेनाओं की वापसी को लेकर भी सवाल हुआ। इस पर कमला हैरिस ने जो बाइडन की नीतियों से सहमति जताई। हालांकि उन्होंने लोगों से यह याद रखने के लिए कहा कि अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी किन परिस्थितियों में हुईं। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने इतिहास का सबसे कमजोर सौदा किया। इसकी आप सिर्फ कल्पना कर सकते हैं।

हैरिस ने ट्रंप पर तालिबान को कैंप डेविड बुलाने का आरोप लगाया। इस पर ट्रंप ने कहा कि तालिबान से बातचीत इसलिए शुरू की गई थी, क्योंकि वे हत्याएं कर रहे थे। ट्रंप ने कहा कि अगर सेनाओं की वापसी के समय मैं राष्ट्रपति होता तो न कोई अमेरिकी पीछे छूटता और न ही कोई हथियार

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