इज़रायल में संघर्ष-विराम और बंधकों की रिहाई के लिए प्रदर्शन

इज़रायल में संघर्ष-विराम और बंधकों की रिहाई के लिए प्रदर्शन

तेल अवीव: शनिवार को एक ओर जहां इज़रायल के विभिन्न शहरों में नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन हुए, वहीं दूसरी ओर इज़रायल के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ ने इज़रायली प्रधानमंत्री से मांग की है कि कैदियों की अदला-बदली के लिए हमास से समझौता किया जाए।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार को एक बार फिर संघर्ष-विराम और बंधक नागरिकों की रिहाई के लिए तेल अवीव, हाइफ़ा, यरुशलम और अन्य शहरों में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। इस दौरान इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ नारे लगाए गए। इस प्रदर्शन के दौरान नेतन्याहू से मांग की गई कि वे अमेरिका के दौरे से पहले ही हमास से समझौता करें, ताकि इज़रायल के बंधक नागरिकों को तुरंत रिहाई मिल सके।

इससे पहले, इज़रायली सेना के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, हर्टज़ी हलेवी ने नेतन्याहू द्वारा बुलाई गई बैठक में मांग की कि वे कैदियों की अदला-बदली के लिए हमास से तुरंत समझौता करें। यह बैठक शनिवार रात लगभग 11 बजे शुरू हुई थी और आधे घंटे बाद हलेवी की बातचीत समाप्त होते ही नेतन्याहू ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और तुरंत बैठक के समापन की घोषणा कर दी।

इस बैठक में इज़रायली रक्षामंत्री योआव गैलेंट, इज़रायली सरकार के खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख डेविड बारनिया, आंतरिक सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के प्रमुख रोनेन बार और अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे।

हर्टज़ी हलेवी ने इस बैठक में जोर देकर कहा कि कैदियों की अदला-बदली के लिए समझौता आवश्यक है। अब हमें समझौता कर लेना चाहिए और कोई ऐसी चीज़ नहीं है जो गाज़ा में युद्ध क्षेत्र से वापसी को रोक सके। सूत्रों के अनुसार, बेंजामिन नेतन्याहू ने हलेवी की बातचीत समाप्त होते ही बैठक के समापन की घोषणा कर दी और कहा कि अब देर हो चुकी है और वे थके हुए हैं।

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