चीन ने ट्रंप को दी चेतावनी: अगर युद्ध चाहिए, तो हम पूरी तरह तैयार हैं

चीन ने ट्रंप को दी चेतावनी: अगर युद्ध चाहिए, तो हम पूरी तरह तैयार हैं

चीन ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए व्यापारिक प्रतिबंधों और अतिरिक्त शुल्कों के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजिंग ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी चीन विरोधी कदम का तुरंत और सख्ती से जवाब देगा।वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास ने ट्रंप सरकार द्वारा चीनी वस्तुओं पर नए आयात शुल्क लगाए जाने पर कड़ा बयान जारी किया। दूतावास ने कहा, “अगर अमेरिका को युद्ध चाहिए—चाहे वह व्यापार युद्ध हो, शुल्क युद्ध हो या किसी भी प्रकार का संघर्ष—तो हम अंत तक लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”

ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में चीन से आयातित कई वस्तुओं पर 10% अतिरिक्त शुल्क लगाया है। इसके अलावा, मंगलवार से लगभग सभी चीनी निर्यातित उत्पादों पर कुल 20% शुल्क लगाया जाएगा। यह कदम अमेरिका-चीन व्यापार तनाव को और बढ़ा सकता है।

चीन का जवाबी वार
ट्रंप की नई नीतियों के जवाब में चीन ने भी कड़े कदम उठाने का फैसला किया है। 14 मार्च से, चीन ने अमेरिका से आयात होने वाले विभिन्न खाद्य और कृषि उत्पादों पर आयात शुल्क 10 से 15% तक बढ़ा दिया है। यह कदम अमेरिकी किसानों और व्यापारियों के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि चीन अमेरिकी कृषि उत्पादों का एक प्रमुख खरीदार रहा है।

फेंटानाइल का मुद्दा और चीन का पलटवार
अमेरिकी सरकार ने अपने आयात शुल्क बढ़ाने के फैसले को फेंटानाइल (एक खतरनाक मादक पदार्थ) की तस्करी से जोड़ने की कोशिश की है। ट्रंप प्रशासन का दावा है कि चीन से अमेरिका में अवैध फेंटानाइल की आपूर्ति होती है, जिससे अमेरिका में नशे की लत और ओवरडोज़ के मामले बढ़ रहे हैं।

हालांकि, चीन के विदेश मंत्रालय ने इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह “कमजोर बहाना” है और अमेरिका केवल अपनी व्यापारिक नीतियों को सही ठहराने के लिए इसे इस्तेमाल कर रहा है। चीन ने जोर देकर कहा कि अमेरिका को दोनों देशों के संबंधों में “समानता और पारस्परिक सम्मान” का रवैया अपनाना चाहिए।

क्या यह व्यापार युद्ध और बढ़ेगा?
विश्लेषकों का मानना है कि यदि अमेरिका और चीन के बीच शुल्क बढ़ाने की यह लड़ाई जारी रही, तो इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव पहले से ही कई उद्योगों को प्रभावित कर चुका है, और यदि यह स्थिति जारी रही, तो इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और निवेश पर भी असर पड़ेगा।

फिलहाल, चीन ने संकेत दिया है कि वह अपने हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है और अमेरिका को चेतावनी दी है कि यदि उसने चीन के खिलाफ कोई और कठोर कदम उठाया, तो उसे भी गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Hot Topics

Related Articles