ब्लिंकेन ने ईरान के संभावित हमले से डरे इज़रायली रक्षामंत्री से बात की

ब्लिंकेन ने ईरान के संभावित हमले से डरे इज़रायली रक्षामंत्री से बात की

अमेरिकी विदेश मंत्री “एंटनी ब्लिंकन” ने मंगलवार तड़के टेलीफोन पर इज़रायली रक्षामंत्री “योआव गैलेंट” से बातचीत की। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बयान में कहा, “ब्लिंकन ने गैलेंट से ग़ाज़ा में गंभीर मानवीय स्थिति पर चर्चा की और इज़रायल से ग़ाज़ा को अधिक स्थायी और महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करने के लिए और कदम उठाने का आग्रह किया।”

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इज़रायली रक्षामंत्री योआव गैलेंट के बीच हुई यह बातचीत में ईरान की संभावित प्रतिक्रिया को लेकर इज़रायल की चिंताओं को दूर करने का प्रयास किया। इज़रायल के लिए ईरान के बढ़ते समर्थन और उसके प्रभाव क्षेत्र का विस्तार एक गंभीर चिंता का विषय है। गैलेंट ने अपनी इस आशंका को जाहिर किया कि इज़रायल की सैन्य गतिविधियां और पश्चिम एशिया में बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति ईरान की ओर से गंभीर प्रतिक्रिया को जन्म दे सकती है।

इज़रायल का डर, ईरान की सैन्य शक्ति और समर्थन नेटवर्क
योआव गैलेंट का मानना है कि इज़रायल की वर्तमान स्थिति, विशेष रूप से ग़ाज़ा और लेबनान जैसे क्षेत्रों में संघर्ष, ईरान के समर्थन से प्रबल हो रहे समूहों जैसे हिज़्बुल्लाह और हमास को और सक्रिय कर सकती है। इज़रायल की सीमा पर हमले की संभावना इज़रायली सरकार को हमेशा चिंतित रखती है। गैलेंट की चिंता यह है कि यदि ईरान खुलकर इज़रायल विरोधी समूहों को समर्थन देने लगे, तो स्थिति और बिगड़ सकती है और एक बड़े संघर्ष का कारण बन सकती है।

अमेरिका का आश्वासन और पश्चिम एशिया में स्थिरता
ब्लिंकेन ने बातचीत के दौरान गैलेंट को आश्वस्त किया कि अमेरिका पूरी तरह से इज़रायल के साथ खड़ा है और ईरान की संभावित प्रतिक्रिया से निपटने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका, इज़रायल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ है और ईरान के किसी भी आक्रामक कदम का मुकाबला करने के लिए तैयार है। साथ ही, उन्होंने इस क्षेत्र में अमेरिकी सेना की उपस्थिति को मजबूत करने और इज़रायल के रक्षा नेटवर्क को और सशक्त बनाने पर भी चर्चा की।

ईरान का समर्थन और पश्चिम एशिया पर प्रभाव
ईरान की ओर से जारी समर्थन के चलते इज़रायल के निकटवर्ती क्षेत्रों में हिज़बुल्लाह, हमास, और अन्य समूहों की ताक़त बढ़ रही हैं, जिससे नेतन्याहू प्रशासन भयभीत है। अपने इस भय को छुपाने के लिए वह ग़ाज़ा और लेबनान के आम नागरिकों मासूम बच्चों, और औरतों का नरसंहार कर रहा है, जबकि हिज़्बुल्लाह और हमास ने कभी भी आम नागरिकों पर हमला नहीं किया है।

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