छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले कांग्रेस काआवास न्याय सम्मेलन
छत्तीसगढ़ में आवास न्याय सम्मेलन कर कांग्रेस बड़ा दांव खेलने जा रही है। योजना की शुरुआत के बहाने राहुल गांधी चार साल बाद बिलासपुर आ रहे हैं। साल 2018 में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों का कर्ज माफी और धान की कीमत बढ़ाने और बोनस देने का मास्टर स्ट्रोक लगाया था।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले सत्ताधारी दल के साथ ही विपक्षी पार्टी भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों ही पार्टियों के बड़े नेता लगातार छत्तीसगढ़ का दौरा कर अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो सितंबर को राहुल गांधी ने बड़ी सभा की थी। इसमें उन्होंने युवाओं को संबोधित किया और राज्य की कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। एक महीने के भीतर राहुल गांधी का यह दूसरा दौरा है। लेकिन, इस बार उनका दौरा अहम इसलिए हो गया है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं।
30 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी बिलासपुर में परिवर्तन यात्रा का समापन करेंगे। इसके साथ-साथ इस बार राहुल गांधी राज्य सरकार की महत्वपूर्ण आवास न्याय सम्मेलन के बहाने गरीबों को आवास योजना की सौगात भी देंगे। जाहिर है कि राहुल के हाथों इस योजना की शुरुआत कर कांग्रेस प्रदेश के आवासहीन और गरीब वर्ग के मातदाताओं को साधने की कोशिश करेगी।
साल 2018 में कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में थी, तब सत्ता में आने से पहले राहुल गांधी की चुनावी सभा हुई, जिसमें उन्होंने कांग्रेस की घोषणापत्र में किसानों के कर्जमाफी और धान की खरीदी पर बोनस देने की घोषणा को शामिल किया था। उनकी इस घोषणा का प्रदेश के किसानों पर व्यापक असर हुआ और राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी।
साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। तब चुनाव से पहले उन्होंने तखतपुर क्षेत्र के सकरी स्थित सिंचाई विभाग के मैदान में चुनावी सभा को संबोधित किया था। ठीक चार साल बाद राहुल गांधी तखतपुर क्षेत्र के ही भरनी-परसदा स्थित मैदान में सभा को संबोधित करने आ रहे हैं।